
दोस्तों घर का बनना सपने का पूरा होना होता है, जिसे व्यक्ति कई दिनों से देखता हैं। इस बात का उल्लेख करना बहुत जरूरी है, क्योंकि भवन निर्माण का कार्य कई दिनों में पूरा होता है। इस दौरान घर निर्माण के स्तरों को भी फॉलों किया जाता है। जो घर को विशेष पहचान दिलाने में मददगार होता है। साथ ही घर की सुंदरता भी निकल कर सामने आती हैं। तो आइए जानते है कि वे कौन से स्तर है, जो घर निर्माण में बहुत ही जरूरी और आवश्यक होते हैं।
प्राकृतिक जमीनी स्तर | Natural Ground Level

सबसे पहले जानते है, कि प्राकृतिक जमीन-स्तर क्या है? आपको बता दूं कि यह जमीन का वह सतह होता है जिसे प्राकृतिक रूप से बनाया गया हुआ होता हैं। इस ऊंचाई को आमतौर पर मीन-समुद्र स्तर से मापा जाता है। इस स्तर को भरा या बराबर किया जा सकता हैं।
जमीनी स्तर | Ground Level

यह जमीन का वह स्तर होता है, जो किसी भवन के उस स्तर को चिंहित करने के लिए उपयोग किया जाता है, जो सड़क और जमीनी स्तर पर है। जमीनी स्तर को ही मंजिल का लेवल माना जाता है। इसकी पहचान निम्न तरीके से भी कर सकते हैं-
- यह जमीन का वह स्तर होता है जिस पर निर्माण नहीं किया गया होता है।
- जमीन पर कोई भी परिवर्तन करने से पहले जमीन के इस हिस्से को समतल बनाया जाता है
- जमीन के प्राकृतिक रूप का जिस स्थान पर अंत होता है, उसमें कुछ परिर्वतन करके जमीनी स्तर पाया जाता है।
मौजूदा जमीनी स्तर | Existing Ground Level (EGL)

मौजूदा जमीनी स्तर निर्माण का वह भाग होता है, जब जमीन के हिस्सों पर कुछ बदलाव किया जाता है। यह बदलाव निर्माण के द्वारा होता हैं। अगर इसको विस्तार रूप में बताया जाय, तो यह जमीन का वह स्तर होता है, जहां पर जमीनी स्तर से ऊपर पृथ्वी के भरने के बाद जो सतह पायी जाती है। उसे ही जमीनी स्तर कहा जाता है।
प्लिंथ लेवेल | Plinth Level

घर बनवाते समय यह किसी बड़ी बिल्डिंग के निर्माण के समय पर प्लिंथ स्तर का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि यह लेवल ही आपके घर को मौजूदा वातारण में मजबूती देने का काम करेगा हैं। अब जानते है कि कैसे प्लिंथ स्तर मकान को मजबूती देने में सहायक हैं-
जिस स्थान पर आप अपने घर का निर्माण करने जा रहे हैं, और वहां पर जमीन के भाग समतल नहीं हैं। एक स्थान पर अधिक ऊंचा है, और कुछ दूरी पर बहुत गहरा हैं। यहां पर जब घर का निर्माण किया जायेगा, उस समय जो लेवल फांउडेशन के समय जमीन के उंचे भाग तक ली जायेगी उस प्राप्त नये लेवल को ही प्लिंथ स्तर कहा जाता है।
लिंटेल लेवेल | Lintel Level

लिंटेल लेवेल दरवाजे और खिड़की के ऊपर दिया जाता हैं। यह चुनाई की गई दिवारों को लेवेल प्रदान करने के साथ ही दरवाजो और विंडों को मजबूती देता हैं। इसके साथ ही यह दीवार के लोड को आसपास की दीवार पर बराबर बांटता भी हैं। इसको बनाने में कंक्रीट, सीमेंट और मोर्टार का प्रयोग किया जाता हैं। आपको बता दूं कि दरवाजे या खिड़की का वास्तविक ढांचा इतना मजबूत नहीं होता है, कि दीवार के वजन का समर्थन कर सके। इसलिए दरवाजे और खिड़की पर आने वाले दीवार के भार को बांटने के लिंटेल लेवेल का प्रयोग किया जाता हैं।
सिल लेवेल | Sill Level

सिल लेवेल खिड़की से जुड़ा हुआ हैं। साफ शब्दों में कहा जाए तो यह खिड़की का आधार है। खिड.की के निचले हिस्से को सिल लेवेल रखा जाता है। इसके अधार पर सीमेंट के मसाले या कंक्रीट बेड बिछाया जाता है। इसकी ऊंचाई बेडरूम और बाथरूम के कमरे की ऊंचाई पर निर्भर करता है। अधिकतर इसकी ऊंचाई 2‘-6’’, 3‘-0’’, 3‘-6’’ रखते हैं प्लिंथ स्तर लेवेल से।
फ्लोर फिनिश लेवेल | Floor Finish Level (FFL)

अभी तक आपने निर्माण के कई स्तर को जाना। लेकिन मंजिल खत्म स्तर वह होता है, जिस स्तर पर घर निर्माण का कार्य समाप्त करके उसे रहने के योग्य बना दिया जाता हैं। या यु कहें कि जो रहने लायक फर्श तैयार होती है, उसे मंजिल खत्म स्तर कहते हैं। यह आर्किटेक्चर का भाग है।
संरचनात्मक तल स्तर (एसएफएल) | Structural Floor Level (SFL)

यह लेवेल मंजिल खत्म के स्तर से पहले का निर्माण कार्य होता हैं। इस स्तर का निर्माण मार्टार और कंकरीट से मिलकर बना हुआ होता हैं। इस तरह से भी कह सकते हैं, कि यह मंजिल खत्म के पहले का रफ वाला स्तर होता हैं। जिसमें फिनिंस का काम नहीं हुआ होता हैं।
घर निर्माण स्तर से घरों को होने वाले लाभ | Benefits to the houses from the house construction level
- घर निर्माण के स्तर से दीवारों के चारों कोनों को मजबूती मिलती है।
- स्लैब से आने वाले भार या वजन को इन स्तर के माध्यम से चारों तरफ बांट दिया जाता है।
- घर को सुंदरता प्रदान करते हैं।
- घर के फाउंडेशन को मजबूती देते है, साथ ही जलभराव जैसी समस्या से बचाव होता हैं।
- दरवाजों और विंडों के पास दीवारों को कै्रक होने से बचाता हैं।
सार | Essence
घर का निर्माण कई मानकों के द्वारा तैयार किया जाता है, उसी का एक हिस्सा घर के निर्माण स्तर भी होता हैं। जिसका ध्यान घर निर्माण में जरूर रखना चाहिए। इसका प्रयोग कई मायने में आपको और आपके घर को लाभ पहुंचायेगा।