
आजकल लोग जब घर बनवाना शुरू करते हैं, तो अपने मन मुताबिक कहीं पर भी पानी के लिए बोरिंग जगह बना देते हैं। इससे यह होता हैं कि घर में दुखों का आना शुरू हो जाता है। जैसे अशांति, मानसिक पीड़ा, गरीबी, और कई ऐसी समस्या आती है, जो कष्ट से भरी होती है, इसलिए आज हम लोग घर में बोरिंग का किधर होना शुभ होता है, इस पर चर्चा करेंगे।
वास्तु के मुताबिक इस जगह रखे बोरिंग | According to Vastu, Keep Boring At This Place

पानी को लेकर एक कहावत है, कि जल ही जीवन हैं। यह सही भी है, क्योंकि खाना के बिना आदमी कुछ दिनों तक जिंदा रह सकता है। लेकिन पानी के बिना शायद बस कुछ घंटों तक। इसलिए पुराने जमाने में उसे सबसे ज्यादा ताकातवर माना जाता था। जिसके पास ज्यादा पानी होता था।
इतना हीं नहीं पानी को लेकर वास्तु शास्त्र में कई ऐसी चीजे बताई गई हैं, जो घर बनवाते समय पानी के प्रयोग और विशेषता से जुड़ी हुई है। शास्त्र के अनुसार यदि घर में बोरिंग सहीं जगह पर है। तो उस घर का स्वामी यानी की मालिक ताकतवर, धनवान होता है, साथ ही वह शांति और पुण्य प्रताप से आगे बढता है।
घर के इस दिशा में बोरिंग मानी जाती है सबसे अच्छी | Boring of this direction of the house is considered the best

जब आप घर बनवाना शुरू करते हैं, तभी बोरिंग करवाना अच्छा माना जाता है, इसलिए इस बात का घर के स्वामी ध्यान रखें कि, प्लाट की दिशा बनवाते समय बोरिंग किस दिशा में पड़ेगी। पानी के लिए बोरिंग प्लाट के उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में ही कराना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है, कि ईशान का अर्थ ईश्वर से जुड़ा हुआ है।
ईशान कोण जमीन के उस हिस्से को कहते है, जो पूर्व और उत्तर के मध्य का हिस्सा होता है। ईशान कोण का विस्तार करते हुए बताया गया है, कि. पूर्व दिशा के स्वामी इंद्र हैं और उत्तर दिशा के स्वामी धन के मालिक कुबेर हैं।
इसलिए इस बात का खास ध्यान रखें, कि जब प्लॉट में बोरिंग करा रहें हो तो वह ईशान कोण में ही हो। साथ ही यह भी ध्यान दे कि अगर प्लाट में कही पर भी हैंडपंप, तालाब, तरणताल, और फव्वारा बनवाने के लिए सोंच रहें हो तो वह ईशान कोण में ही होना चाहिए। ऐसा इसलिए करवाना चाहिए क्योंकि यह हेल्थ के लिए भी बहुत ही लाभकारी होता है।
ईशान कोण में बनवाए अंडरग्राउंड वाटर टैंक, जानें क्यों | Underground Water Tank or Rain Water Harvesting to Be Built in The North-East

यह ध्यान में रखें जो आपका प्लाट है उसमें उत्तर पूर्व की दिशा में ढलान होना चाहिए। वो इसलिए कि जब बरसात हो तो आपके घर का सभी पानी उत्तर-पूर्व की ओर बहे। इतना ही नहीं अगर आप प्लाट में ग्राउंड वाटर टैंक बनवाने के लिए सोंच रहे है, तो वह भी ईशान कोण में ही बनवाएं.। बस यहां पर आपकों एक बात का और ध्यान रखना होगा, कि इस टैंक में शुद्ध और साफ जल ही होना चाहिए, जो पीने योग्य हो
किसी कारण अगर आप ईशान कोण में पानी की बोरिंग नहीं करा सकते हैं तो एक आप्शन वास्तु शास्त्र में और बताया गया है वह है, उत्तर पश्चिम दिशा।
भूलकर भी न कराए इस दिशा में बोरिंग | Do not Make Boring in This Direction Even by Mistake

अगर घर के मालिक पानी के लिए बोरिंग गलत दिशा में करा देतें है, तो घर के स्वामी कोे भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आपको आग्नेय कोण के बारे जानना बहुत ही जरूरी है। क्योंकिं अगर घर के मालिक ने आग्नेय कोण (पूर्व और दक्षिण के मध्य) में बोरिंग करा दी है, तो गृह स्वामी या उद्योगपति पर भारी मुसीबतें आती हैं। जैसे- बच्चों को कष्ट, अचानक धन हानि, बिजली से संबंधित दुर्घटना, अग्नि भय, उत्तेजना, क्रोध अधिक आना, माल की लागत अधिक आना इस तरह से कष्ट दिखाई पड़ता हैं।
उत्तर और पश्चिम में हुई बोरिंग देती है आर्थिक किल्लत | Boring in North and West gives Economic Shortage

घर मालिक के लिए यह भी जानना बहुत जरूरी है, कि वायव्य कोण क्या होता हैं। क्योकि इस दिशा में हुई बोरिंग से घर में आर्थिक किल्लत आती है। वायव्य कोण यानी उत्तर और पश्चिम के बीच की दिशा होती है। इसके अलावा घर में जीवन शक्ति का भी नुकशान होता है। इतना ही नहीं इस कोण में बोरिंग होने से भाइयों में आपसी प्रेम भी कम हो जाता हैं।
जाने छत पर कहां रखनी चाहिए पानी की टंकी | Know Where The Water Tank Should be Placed

आज के समय में पानी का एक माध्यम छत पर रखी पानी की टंकी भी है। जहां पर पानी का भंडारण होता है। इसलिए पानी की टंकी को पश्चिम दिशा अथवा भवन के नैऋत्य दिशा के क्षेत्र में रखना चाहिए। नैऋत्य दिशा दक्षिण पश्चिम कोण को कहते हैं। इस कोण को धरती का इलिमेंट जगह माना गया है। पानी की टंकी सदा ऊँची सतह पर ही होनी चाहिए।
शौचालय का गड्ढा वास्तु के अनुसार कहां बनवाना चाहिए, यहां जानें | Toilet Pit be Made According to Vastu

शौचालय का गड्ढा (सेफ्टिक टेंक) आज के समय में बहुत ही जरूरी होता है। लेकिन इसके साथ ही यह भी ध्यान में रखें की सेफ्टिक टेंक जो घर में बनवा रहें हैं, वो वास्तु शास्त्र के अनुसार किस दिशा में हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता हैं, कि शौचालय का गड्ढा मुख्य द्वार पर नही बनवाना चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि इसके निर्माण में कोई भी कमी नही रहनी चाहिए। क्योंकि कमी रहने से घर में नकारात्मक ऊर्जा (निगेटिविटी) बनी रहती हैं।
बोरिंग हो गलत दिशा में तो यह करें उपाय | Boring in the Wrong Direction Then Do This

अगर आपके घर का निमार्ण काफी समय पहले हुआ है, या नया बनवाते समय में बोरिंग कराने का ईशान दिशा याद नहीं रह गयी हो, तो घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इसका उपाय वास्तु में बताया गया है, वह यह है कि घर में दक्षिण-पश्चिम की ओर मुख किए हुए पंचमुखी हनुमानजी की तस्वीर लगाएं।
घर या प्लॉट में बोरिंग कब कराना हैं शुभ, जानें | Boring Done in House or Plot is Auspicious

अगर आपने घर बनवाने के लिए प्लाट ले लिया है, तो सबसे पहले यह जरुरी है, की आप घर या प्लॉट की दिशा निकाले। यह करने से आपको यह लाभ होगा कि आप यह फैसला कर सकेंगे कि घर में बोरिंग किस दिशा में कराना चाहिए। क्योंकि प्लाट कि दिशा निकालने के बाद ही बोरिंग कराना शुभ माना गया है।