इस साइज के कॉलम देते है घर को गजब की मजबूती | Columns of this size give amazing strength to the house

दोस्तों कॉलम फुटिंग और नीव का एक संयुक्त जुड़ा हुआ भाग होता है, जो कंक्रीट का एक बहुत मजबूत निर्माण करता है। इसका निर्माण घर के सारे वजन को सामान तरीके से जमीन के अंदर पहुंचने के लिए किया जाता है।
कॉलम का निर्माण अनेकों प्रकार से किया जाता है।
जिसकी साइज आकार सब अलग अलग रहता है, क्योेंकि इसका निर्धारण उंचाई और वजन के अधार पर तय होता है। तो आइए जानते हैं, कि घर बनवाते समय कॉलम का साइज क्या रखना चाहिए और उसमें कितनी सरिया डलवानी चाहिए।

जानें कॉलम बनाने के नियम? | Learn the rules for creating columns?

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प्लाट में कॉलम की जगह इस तरह से तय करनी चाहिए कि घर का पूरा वजन सामान रूप से हर कॉलम पे बराबर – बराबर बट जाए। ऐसा न हो कि सारा भार किसी एक कॉलम पे इक्कठा हो जाए। अगर ऐसा कॉलम देते समय होता है, तो कॉलम टूट सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि घर को बनवाते समय सुंदरता के साथ मजबूती का भी ध्यान रखें। कॉलम बनाने के नियम कुछ इस प्रकार से हैं।-

प्लाट में कॉलम की जगह इस तरह से तय करनी चाहिए कि घर का पूरा वजन सामान रूप से हर कॉलम पे बराबर – बराबर बट जाए। ऐसा न हो कि सारा भार किसी एक कॉलम पे इक्कठा हो जाए। अगर ऐसा कॉलम देते समय होता है, तो कॉलम टूट सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि घर को बनवाते समय सुंदरता के साथ मजबूती का भी ध्यान रखें। कॉलम बनाने के नियम कुछ इस प्रकार से हैं।-

  • कॉलम की मजबूती उसको बनाने वाले सामान के ऊपर भी निर्भर करता है। अगर आपने, कॉलम बनवाते समय खराब या नकली सरिया लगाया है या कम सीमेंट डाला है, तो वह अधिक भार नहीं उठा पायेगा। इसका परिणाम यह होगा कि यह कभी भी टूट सकता है। इसलिए असली सरिया का इस्तेमाल करे और एम20 से कम कंक्रीट का भी प्रयोग न करें।
  • वहीं अगर आप मजबूत कॉलम बनाना चाहते है, तो आप एक बार में 5 फीट से ज्यादा बड़ा कॉलम न बनवाये। कॉलम के लिए मोटे सरिये का प्रयोग करना भी ठीक नहीं है। एक अच्छे कॉलम की मोटाई के लिए ज्यादातर इंजीनियर और आर्किटेक्ट 12डड से लेकर 25डड तक सरिया डालने की सलाह देते है। क्योंकि इनका मानना होता है, कि कंकरीट को सरिया मजबूती से बांधे रहे, अधिक मोटाई दिखने की अपेक्षा।
  • कॉलम में जो छल्ले लगते हैं उसकी दूरी 6″ से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और इसके लिए आप 8 डड से लेकर 12डड तक की मोटाई का प्रयोग कर सकते है।

कॉलम बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान | Keep these things in mind while making columns

कॉलम बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान | Keep these things in mind while making columns
  • कॉलम के लिए सरिया की बंधाई बनवाते समय उसे मजबूती से बंधवाये। साथ ही यह ध्यान में रखें कि रिंग और सरिया ढीला न बंधा जाए।
  • जब कॉलम के लिए सरिया खड़ा किया जाए तो आपके ख्याल में यह रहे कि वह एक दम सीधा हो। इसके लिए साहुल का प्रयोग जरूर करवाए।
  • कॉलम की शटरिंग करने के लिए प्लाई का ही प्रयोग करे।
  • कवर ब्लॉक कम से कम 25डड का जाल के नीचे रखवाए।
  • कॉलम बनवाते समय वाइब्रेटर का प्रयोग करवाना न भूले।
  • कॉलम की कम से कम 12 दिन तराई करे।
  • छत के ऊपर सरिया कम से कम 4 फीट बाहर निकलवाए।

घर बनवाने के लिए कॉलम का साइज | Column size for building a house

घर बनवाने के लिए कॉलम का साइज | Column size for building a house

वैसे तो कॉलम को आप कई मापों में बना सकते है, लेकिन इसके बाद भी कॉलम का साइज कुछ बातो पे निर्भर करता है, वह है कि घर कितनी मंजिल का होगा। यहां पर कुछ मानक बताता हूं , जो एक अच्छे और मजबूत दो कॉलम के बीच की दूरी के लिए सही है। –

  • 9 × 9 , दो कॉलम के बीच दूरी 10 फीट के लगभग करीब होनी चाहिए, एक मंलिल घर के लिए ।
  • 9 × 12, दो कॉलम के बीच की दूरी 13 फीट के आसपास जमीनी मंजिल के साथ1 मंजिल और होने के लिए चाहिए।
  • 9 × 15 दो कॉलम के बीच दूरी 15 फीट के आसपास हो, जमीनी मंजिल के साथ़ 2 मंजिल बनाने के लिए।
  • 9 × 18, दो कॉलम के बीच दूरी 18 फीट के करीब आसपास होनी चाहिए जमीनी मंजिल के साथ 4 मंजिल बनाने के लिए
  • 12 × 14, दो कॉलम के बीच दूरी 20′ फीट के आसपास होनी चाहिए, जमीनी मंजिल के साथ 4 मंजिल और बनाने के लिए

इस तरह बनता है अच्छी साइज का मजबूत कॉलम | In this way a strong column of good size is made

इस तरह बनता है अच्छी साइज का मजबूत कॉलम | In this way a strong column of good size is made

आपके लिए यह जानना बहुत ही जरूरी है, कि किस तरह से एक अच्छे और मजबूत कॉलम का निर्माण किया जाता है। कॉलम कैसे बनाते हैं, जानने के लिए उसके स्टेप्स को जानना पड़ेगा। कुछ स्टेप्स इस प्रकार से हैं-

सबसे पहले खुदाई करना ,
कॉलम के लिए फुटिंग बनाना
कॉलम में मजबूत सरिया का चुनाव करना
सरिया के बीच में उचिज दूरी देकर बंधाई
सिधाई में शटरिंग लगाना
कंक्रीट का बिना गैप के भरा जाना

कॉलम में सरिया का महत्व और संख्या | Significance and number of iron rods in the column

कॉलम में सरिया का महत्व और संख्या | Significance and number of iron rods in the column

दोस्तों सरिया किसी भी कॉलम का बहुत ही अहम हिस्सा होता है, इसके बिना हम कॉलम के बारें में सोंच भी नहीं सकते हैं। कॉलम में मुख्यता सरिया का प्रयोग इसका ढांचा बनाने के काम में आता है। जिस तरह से मनुष्य के शरीर में हड्डी होती है उसी तरह से ही कॉलम में सरिया होता है। जो इसको आकार और मजबूती प्रदान करता है। एक कॉलम में छ सरिया होनी चाहिए वो भी 12 एमएम की अगर आप घर तीन मंजिल का बनवा रहे हों ।

सार | Conclusion

कॉलम का प्रयोग घर को मजबूती देने के लिए किया जाता है। यह एक ही सोंच इसके लिए गलत है, क्योंकि यह घर को सुंदरता भी देता है। वहीं आपकों बता दूं कि कॉलम का निर्धारण एरिया पर भी निर्भर करता है, इसलिए घर को सुंदर और मजबूत बनवाने के लिए एक बार अच्छे इंजिनियर से सलाह जरूर लें।

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