
निर्माण कार्य स्थल वह स्थान होता हैं, जहां पर अनेक प्रकार के खतरे होने का आसार रहता है। इसलिए यहां पर काम करते समय सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करना चाहिए, और श्रमिको को सावधानियां अपनाना चाहिए। अक्सर यह देखा गया हैं, कि घर या बिल्डिंग निर्माण(Construction Site) के दौरान खतरा होने का अंदेशा बना रहता हैं, कई बार ऐसा भी होता हैं, कि निर्माण के दौरान श्रमिकों को चोट लगने का भय, लंबी बीमारी होने का खतरा और कुछ घटना के फलस्वरूप मृत्यु हो सकने का भय रहता हैं।
एक सर्वे के मुताबिक भारत में कंस्ट्रक्शन का कार्य कृषि के बाद दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक गतिविधि का केंद्र है। निर्माण कार्य के होने से भारत की लगभग 16 प्रतिशत कार्यशील आबादी कंस्ट्रक्शन पर निर्भर होकर अपनी आजीविका चलाती हैं।
निर्माण स्थल पर इन रूपों में होता हैं खतरों का जन्म, इस प्रकार करें बचाव | Dangers Are Born In These Forms At The Construction Site, Thus Protect

जब कंस्ट्रक्शन का काम शुरु हो जाता है, तो उस दौरान निर्माण स्थल पर व्यक्तियों का आना जाना शरु हो जाता है, इसके साथ ही इन स्थानों पर साधनों की आवाजाही भी लगी रहती हैं। ऐसे में कई मौके इस प्रकार भी आते हैं, जिनसे बड़ा खतरा होने का भय होता हैं, इस समय जो मुख्य खतरे होते हैं, वो बिजली के झटके या ऊंचाई से गिरने के कारण जैसे खतरे शामिल होते हैं। इसके अतिरिक्त उपकरण और मशीनों से चोट लगना, चल रहे निर्माण वाहनों की चपेट में आना, धूल, रसायन, आदि जैसे खतरनाक पदार्थ के कारण बीमारी का होना भी है।
इतना ही नहीं लकड़ी के एक टुकड़े में खड़ा एक कील वहां मौजूद किसी भी व्यक्ति के शरीर पर गंभीर घाव कर सकता हैं। इसलिए कंस्ट्रक्शन के दौरान होने वाले खतरों को दूर करने के लिए कुछ सुरक्षा उपकरणों और उपायों को अपनाना चाहिए, जिससे इनसे बचाव हो सके।
निर्माण के दौरान अपनाएं जाने वाले सुरक्षा के कुछ नियम | Some Safety Rules To Be Followed During Construction

निर्माण के समय होने वाले खतरों से बचाव के लिए कुछ सुरक्षा के नियम तय किए गए है। इसलिए निर्माण स्थल पर कंस्ट्रक्शन(Construction Site) के समय श्रमिक, सुपरवाईजर, इंजीनियर और इससे जुड़े सभी व्यक्तियों को सुरक्षा हेतु सरकार द्वारा निर्धारित सुरक्षा के नियमों के तहत काम करना चाहिए। इसके साथ ही वहां मौजूद कामगारों को सुरक्षा के बेसिक नियमों की जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही जो भी व्यक्ति या इंजीनियर कंस्ट्रक्शन का काम देख रहा हो, उसको चाहिए कि निर्माण कार्य में लगे कामगारों को सुरक्षा के नियमों की जानकारी दे, और उसके तहत काम कराये।
ऊंचाई पर निर्माण कार्य के दौरान इन सुरक्षा नियमों का करें पालन | Follow These Safety Rules During Construction Work At Height
वर्तमान समय में बहुमंजिला ईमारत, ओवरहेड वाटर टैंक, इलेक्ट्रिकल ट्रांसमिशन टावर के निर्माण को पूरा करना चुनौतियों से भरा हुआ होता हैं। क्योंकि इनके निर्माण के समय जैसे जैसे इनकी ऊचाइंया अधिक होती जाती हैं, उतना ही चुनौती बढ़ती जाती हैं, और जैसे जैसे चुनौती अधिक होती रहती हैं, खतरा अधिक हो जाता हैं। इसलिए इन स्थानों पर सुरक्षा के लिहाज से एक दिन का काम हो यहा फिर एक घंटे के लिए, यहां पर सुरक्षा के मानकों(Construction Site) के तहत और पूरी किट पहन कर ही कार्य को पूरा किया जाना चाहिए। क्योंकि इन स्थानों पर सुरक्षा बहुत अधिक मायने रखती हैं। इस प्रकार के स्थानों पर इन सुरक्षा नियमों के तहत काम करें-
1. रेलिंग का उपयोग | Use Boundary Wall

किसी भी स्थान पर अगर निर्माण कार्य शुरु करना हो तो सबसे पहले उसके चारों तरफ रेलिंग या बाउंड्रीवाल कराना बहुत ही जरूरी अंगों में से एक हैं। क्योंकि यह सुरक्षा का पहला पड़ाव होता है। इसके बाद जब बिल्डिंग के ऊंचाई पर स्थित भाग का काम चालू हो उस दौरान भी रेलिंग के हिस्से के कामगारों का खासा ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि यह लेबरों को सुरक्षित रखने का सबसे बेहतर साधन माना गया हैं।
2. निर्माण स्थल पर जाल का प्रयोग | Use Of Nets On The Construction Site

निमार्ण के समय जाल का प्रयोग सुरक्षा के लिहाज से करना चाहिए। क्योंकि जब निर्माण का काम उंचाई पर होता हैं, तो उस दौरान किसी भी सामान के नीचे गिरने का खतरा अधिक होता हैं, जो एक बड़े खतरे का कारण बन सकता हैं। इसलिए जाल का प्रयोग करें, क्योंकि यह बिल्डिंग मैटेरियल्स को नीचे गिरने से रोकता है, और जमीन पे दुर्घटना की संभावना को कम करता हैं।
3. व्यक्तिगत सुरक्षा पर अधिक ध्यान देना | More Attention To Personal Safety

भवन निर्माण(Construction Site) में सुरक्षा को देखते हुए कुछ सुरक्षात्मक वस्तुओं को शामिल किया गया हैं। इसमें हेलमेट, स्पेशल जुतें, दस्ताने जैसी वस्तुएं शामिल है। जो किसी भी श्रमिक या उससे जुडे व्यक्तियों के लिए बहुत ही जरूरी होते हैं। इसलिए व्यक्तिगत सुरक्षा को देखते हुए सभी सदस्यों को इसको पहनना चाहिए। ताकि वो इस दौरान सुरक्षित रहें। वहीं अगर फिसलन वाले स्थानों पर निर्माण कार्य किया जा रहा हो तो नॉनस्किड रबर के जूते सुरक्षा के लिहाज से पहनने चाहिए।
4. वाहनों की लोडिंग या अनलोडिंग एवं आवाजाही के समय सुरक्षा के नियम | Safety Rules At The Time Of Loading Or Unloading Of Vehicles And Movement

निर्माण कार्य(Construction Site) में लगने वाले समान प्रायः भारी और वजन वाले होते हैं। उनको एक निश्चित स्थान से भारी वाहनों पर लोड करना और उनको अनलोड करना या फिर उन्हीें लोडेड वाहनों से सामानों को एक स्थानों से दूसरे स्थानों पर पहुंचाना किसी भी जोखिम से कम नही रहता हैं। इसलिए इस दौरान सामानों को सुरक्षा के साथ लोड करें इसके बाद उसको ले जाते समय कस कर बांध कर रखें, क्योंकि ले जाते समय समान के वाहन से गिरने का खतरा अधिक रहता हैं।
निर्माण कार्य के दौरान होने वाले खतरों को नजर अंदाज करने से करें बचाव | Avoid Ignoring The Dangers During Construction Work
यदि आपको निर्माण कार्य(Construction Site) के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या दिखाई देती हैं, जो भविष्य में खतरा उत्पन्न कर सकती हो, उनको नजर अंदाज़ न करें। बल्कि तुरंत उससे संबंधित व्यक्ति को सूचना दें, और उसको एकदम खत्म करें, ताकि उससे किसी भी प्रकार का खतरा न होने पाए।
सुरक्षात्मकता के साथ निर्माण के समय इन बातों का रखें ध्यान | Keep These Things In Mind While Building With Safety
निर्माण कार्य(Construction Site) चालू होने के बाद कुछ ऐसे बिंदु होते हैं, जिन पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी होता हैं, क्योंकि ये होने वाले खतरों को रोकते है। इन बिंदुओं पर ध्यान देने से भवन निर्माणकर्ता और उससे संबंधित व्यक्तियों दोनों के लिए लाभदायक होता हैं, जो इस प्रकार से हैं –
- निर्माण स्थल(Construction Site) पर रोशनी की व्यवस्था होना।
- छेद और गड्ढों में होने वाले संभावित खतरों पर ध्यान देना, और उनको
कवर और बैरिकेड्स के साथ संरक्षित करना। - निर्माण स्थल(Construction Site) पर वाहनों के आने जाने के लिए पर्याप्त निकासी की व्यवस्था होना।
- निर्माण कार्य(Construction Site) में शामिल होने वाले वाहनों में अलार्म और सायरन होने चाहिए।
- निर्माण स्थल(Construction Site) के चारो तरफ रेलिंग का होना।
सार | Summary
निर्माण कार्य को सुचारु रूप से पूरा करने के लिए निर्माण स्थल पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर कार्यों को पूरा करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से उससे जुड़े किसी भी कामगार या अन्य सदस्यों को खतरा होने का डर नहीं रहता हैं। इसके साथ ही उन सावधानियों को भी निर्माण स्थल पर अपनाना चाहिए जो कानूनी तरीके से निर्धारित की गई हों। इसके साथ ही कामगारों को व्यक्तिगत सुरक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए। साथ ही निर्माण कार्य में लगे सभी सदस्यों को सुरक्षा के पर्याप्त किट पहन कर ही कार्य स्थल पर पहुंच कर काम को शुरु करना चाहिए।