
दोस्तों घर के कमरों को अधिक खूबशूरत बनाने के लिए फॉल्स सीलिंग की जाती हैं। इस काम के माध्यम से अनेक डिजाइनों से कमरों को सजाने का काम किया जाता है। यह काम छत के साथ दीवार और छत के कोनों पर बहुत ही बारीकी से होता है। इसको करने के लिए कुशल कामगीरों की जरूरत होती हैं, जिनके द्वारा इसे फाइनल टच दिये जाने का काम होता हैं। तो आइए जानते हैं, कि फॉल्स सीलिंग(False Ceiling) की अन्य कौन सी खास बाते हैं।
क्या होती हैं फॉल्स सीलिंग | What Is False Ceiling?
फॉल्स सीलिंग शब्द से पहली बार अगर आप परिचित हो रहे हैं, तो बता दूं कि ऑफिस, मकान और हाल के कमरों के ऊपरी तरफ जो बारीक कारीगरी की गयी होती हैं, वह ही फॉल्स सीलिंग होती हैं।
यह एक बोर्ड का बना टाइल के टुकड़ा की तरह होता हैं, जिसको आकर्षक छवि के साथ एक स्टैंड के द्वारा पूरी छत पर लगाया जाता हैं। जिसे आप कई ऑफिसों में और रेस्टोरेंट में सरलता के साथ देखा होगा। अगर उपरोक्त बातों से भी आप नहीं समझ पाए है, तो इन फोटों के सहारे आप आसानी से समझ जायेंगे कि फॉल्स सीलिंग क्या होती हैं।
फॉल्स सीलिंग के लाभ | Benefits Of False Ceiling

- रूम में यह एक इन्सुलेशन के रूप में काम करता हैं।
- फॉल्स सीलिंग बिजली के तारों को छुपाने का काम करता है।
- यह अप्रत्यक्ष रोशनी का उपयोग कर कमरे के अंदर सकारात्मक वातावरण बनाने का काम करता हैं।
- इसके द्वारा कमरों को एक सकारात्मक आकार देने का काम किया जाता है।
- यह घर के अंदर कमरों में होने वाले रिसाव अन्य अनावश्यक दरारों को छुपाने का काम करता हैं।
- कम लाइटों के द्वारा भी फॉल्स सीलिंग(False Ceiling)के माध्यम से कमरे में उचित प्रकाश लाया जा सकता हैं।
फॉल्स सीलिंग के नुकसान | Disadvantages Of False Ceiling
- इसको कुशल कामगीरों के माध्यम से अत्यधिक सटीकता से लगाया जा सकता हैं।
- फॉल्स सीलिंग के डिजाइन और इंस्टॉलेशन के लिए अत्यधिक सटीकता और बारीकी हुनर की जरूरत होती हैं।
- इसे केवल इसके एक्सपर्ट के द्वारा ही लगवाया जा सकता हैं।
- रूम में फॉल्स सीलिंग लगवाते समय असली छत से लगभग 8 इंच दूर रखना चाहिए।
- छोटे कमरों और नीचे छतों पर इसको लगवाना लगभग संभव नहीं होता हैं। इसके साथ ही यहां पर फॉल्स सीलिंग(False Ceiling) की आकर्षक डिजाइनों को बनाया नहीं जा सकता हैं।
- यह कमरों को तंग बनाने का काम कर सकती हैं, अगर कमरे की हाइट 11 फीट से कम हैं।
फॉल्स सीलिंग के प्रकार | Kinds Of False Ceiling
वर्तमान समय में फॉल्स सीलिंग के कई प्रकार आ गए हैं, जिनसे घर के रूम को एक नया लुक दिया जाता हैं। खासकर उन जगहों पर इसे चुनिंदा आकार दिया जाता हैं, जिस स्थान पर गैदरिंग यानी भीड. अधिक लगने वाला रूम या हाल होता हैं। रूम को न्यू लुक देने के लिए इन प्रकार की फॉल्स सीलिंग का प्रयोग किया जाता हैं।
जिप्सम सीलिंग | Gypsum Ceiling

इस समय फॉल्स सीलिंग के लिए जिप्सम का इस्तेमाल अधिक किया जा रहा है। क्योंकि यह अन्य वस्तुओं के मुकाबले में बहुत हल्का और फायर रेसिस्टेंट होता है। इसके साथ ही ये सामन्य आकार 6’4 साइज की शीट में उपलब्ध होता है। इतना ही नहीं यह आसानी के साथ छत पर इंस्टाल हो जाता हैं। इन्हीं खाशियतों के कारण इसका उपयोग सबसे पहले की भूमिका में आ गया हैं।
POP की फॉल्स सीलिंग | POP’s False Ceiling

कुछ समय पहले जब POP का चलन अधिक होता था, उस समय POP को प्रॉपर मिक्सिंग करके सुखाया जाता था। इसके बाद इसे चौनल के द्वारा इनस्टॉल किये जाने का काम किया जाता था। लेकिन अब ये पॉउडर फॉर्म के अलावा शीट में भी उपलब्ध होता है। इसका साइज 3’4 फीट या इससे कम में भी हो सकता हैं। लेकिन यह जिप्सम से भारी होता हैं।
PVC की फॉल्स सीलिंग | PVC False Ceiling

PVC की फॉल्स सीलिंग इस समय बहुत ही कम चलन में हैं, लेकिन इसके लिए यह कहना गलत भी नहीं होगा, कि यह धीरे धीरे काफी पॉपुलर हो रहा है। वहीं इस समय अगर इस फॉल्स सीलिंग के उपयोग की बात करे, तो यह किचन, बाथरूम में अधिक किया जाता हैं। लेकिन कुछ लोग अब इसके प्रयोग के लिए धारणा बदलते हुए इसे बैडरूम या लीविंग रूम में करने लगे हैं। इसकी खूबियों की बात करें तो यह आसानी से छतों पर इस्टाल हो जाता हैं। इसके साथ ही इसके देखरेख के लिए अधिक जरूरत नहीं पड.ती है।
Wood की फॉल्स सीलिंग | Wood False Ceiling

लकड़ी का सीलिंग बहुत अधिक दिनों से होता आ रहा हैं, जो घर में चार चांद लगाने का काम करते हैं। यह एक ऐसी वस्तु होती हैं, जिसको सीलिंग के लिए हम किसी भी आकार में डिजान करके लगा सकते हैं। इतना ही नहीं इसको जिप्सम के साथ आसानी से फॉल्स सीलिंग में भी प्रयोग में कर सकते हैं। इस पर सरलता के साथ पेंट भी किया जा सकता हैं, जो घर को मार्डन लुक देने का काम करेंगेे।
Fiber की फॉल्स सीलिंग | Fiber False Ceiling

यह फॉल्स सीलिंग व्यापारिक काम्लेक्स के लिए बहुत उपयोगी माना जाता हैं। इसके पीछे का साफ सा उदाहरण यह है, कि ये फॉल्स सीलिंग के लिए सस्ते दामो में बाजार में उपलब्ध है। इतना ही नहीं ये दीवारों पर आसानी से इंस्टाल हो जाता हैं।
ग्लास की फॉल्स सीलिंग | Glass False Ceiling

ग्लास का सीलिंग के रूप में अनेक स्थानों पर प्रयोग होता हैं, लेकिन यह मात्रा थोड़ी कम होती हैं। इसके बाद भी ग्लास की फॉल्स सीलिंग का इस्तेमाल आकर्षक लुक देने के लिए होटल्स, रेस्टोरेंटस, लाइब्रेरी और कमर्शियल काम्प्लेक्स जैसे स्थानों पर सावधानी पूर्वक किया जा रहा हैं।
फॉल्स सीलिंग लगवाते समय ध्यान देने वाली बात | Things To Keep In Mind While Installing False Ceiling

घर मालिक को रूम में फॉल्स सीलिंग लगवाने की प्रक्रिया के दौरान कुछ सावधानियों को अपनानी चाहिए। क्योंकि इन सावधानियों को अपनाने से इनकी देखभाल और प्रबंधन में आसानी होगी। इसके साथ ही कमरों को एक नया रूप मिलेगा, जो बहुत अधिक आकर्षक होगा। इसलिए फॉल्स सीलिंग लगवाते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए –
- इलेक्ट्रीकल प्वाइंटों के आधार पर फॉल्स सीलिंग की लाइटिंक का काम इलेट्रिशियन को सौंपे
- लाइटिंग करवाते समय अलग से एक लाइटिंग बोर्ड को लगवायें।
- बड़ी लाइटों की अपेक्षा छोटी लाइटों को अधिक लगवायें।
- रूम में रोप लाइट को जरूर लगवाएं।
- मल्टी कलर के लाइटों को फॉल्स सीलिंग के दौरान दूरी बनाये।
- सीलिंग लाइट सोते समय हेड के ऊपर नहीं होनी चाहिए।
- सीलिंग लाइट दो फैन के बीच में नहीं आनी चाहिए।
- घर के अंदर फॉल्स सीलिंग के बाद कूल वातावरण चाहते हैं, तो इस दौरान थर्माकोल को छतो पर जरूर चिपकाएं। इससे यह लाभ होगा कि बाहर की गर्मी घर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगी।
सार | Essence
फॉल्स सीलिंग के द्वारा किसी भी साधारण से दिखने वाले घर के कमरों को उच्च कोटि का बनाया जाने का काम किया जाता हैं। सरल शब्दों में कहा जाए तो इसके द्वारा कमरों को वीआइपी लुक देने का काम होता हैं। लेकिन आप को जानकार आश्चर्य होगा कि फॉल्स सीलिंग का यह स्थान एक दिन में नहीं आया बल्कि इस क्षेत्र में बहुत दिनों से रोज नये बदलाव होने से हुआ हैं।
इसी का ताजा उदाहरण हैंगिंग सीलिंग, जिसका इस्तेमाल रूम को सजाने के लिए कर सकते हैं। आप भी अपने घर के रूम को आकर्षक रूप देने के लिए इनका इस्तेमाल अपने बजट के अनुसार कर सकते हैं।