नया घर बनवाते समय दो कॉलमों के बीच बस इतनी रखें दूरी | Just Keep Such A Distance Between Two Columns While Building A New House

दोस्तों कॉलम का निर्माण अनेकों प्रकार से किया जाता है। ( columns spacing )जिसका साइज आकार सब अलग-अलग रहता है, क्योेंकि इसका निर्धारण मिट्टी, उंचाई और वजन के अधार पर तय होता है। साथ ही कॉलम लोडिंग और संरचनात्मक पहलुओं पर भी निर्भर करता है। इतना ही नहीं कॉलम घर के सभी भार को फुटिंग के माध्यम से मिट्टी तक पहुंचाता है। लेकिन जो मुख्य बात है, कि दो कॉलमों के बीच दूरी कितनी होनी चाहिए, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एक मानक के अनुसार 3-4 मीटर तक होनी चाहिए। वहीं अगर कॉलम की लंबाई अधिक है, तो 6-9 मीटर तक रख सकते हैं। कॉलमों के बारे में कुछ अन्य जानकारियों को जानने के लिए आइए, जानते हैं इस लेख के माध्यम से –https://constructionswala.com/important-size-of-columns-and-footings/

घर को मजबूती देने के लिए दो कॉलम के बीच उचित दूरी | Proper Distance Between Two Columns To Strengthen The House

घर बनवाते समय दो कॉलमों के बीच की दूरी अधिकतम 7.5 मीटर या 24 फीट रखनी चाहिए। वहीं अगर दो कॉलमों के बीच की दूरी कम से कम की बात करें तो दो स्तंभों के बीच में 3-4 मीटर रखनी चाहिए। सामन्यता आज के समय में जो न्यूनतम दूरी में कॉलम उठाये जाते है, वहां पर इसका उपयोग लिफ्ट की दीवार, शाफ्ट की दीवार या बड़े अवरोध को मुक्त स्थान प्रदान करने में किया जाता है। इस प्रकार का छोटा कॉलम रिटेनिंग वॉल, सीढ़ी, किचन आदि में भी दिया जाता है।
वहीं अगर आप दो कॉलमों के बीच की दूरी बढ़ाते है, तो इस दशा में स्तंभों का आकार और गहराई भी बढ़ाई जायेगी। इसलिए यह जरूरी होता है, कींजब कॉलम को डिजाइन कर रहें हो तो वहां पर दो कॉलमों के बीच में बराबर दूरी बनाकर रखें।

कॉलम के प्रकार | Types Of Columns 

  • रेक्टेंगुलर कॉलम
  • स्क्वायर कॉलम
  • अक्षीय रूप से लोड किया गया कॉलम
  • यूनीएक्सियल एक्सेंट्रिक लोडिंग के साथ कॉलम
  • द्विअक्षीय इसेंट्रीसिटी लोडिंग के साथ कॉलम
  • स्टील कॉलम का आकार
  • स्टील, लकड़ी , ईंट , ब्लॉक और पत्थर के कॉलम।
  • लघु कॉलम
  • लंबा कॉलम
  • वर्गाकार या आयताकार कॉलम

कॉलम बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान | Keep These Things In Mind While Making Columns

-कॉलम के लिए सरिया की बंधाई बनवाते समय उसे मजबूती से बंधवाये। साथ ही यह ध्यान में रखें कि रिंग और सरिया ढीला न बंध जाए।
-जब कॉलम के लिए सरिया खड़ा किया जाए, तो आपके ख्याल में यह रहे कि वह एक दम सीधा हो। इसके लिए साहुल का प्रयोग जरूर करवाए।
-कॉलम की शटरिंग करने के लिए प्लाई का ही प्रयोग करे।
-कवर ब्लॉक 40 MM का रखवाए।
-फुटिंग बनवाते समय वाइब्रेटर का प्रयोग करवाना न भूले।
-कॉलम की कम से कम 7 दिन तराई करे।
-छत के ऊपर सरिया कम से कम 4 फीट बाहर निकलवाए। वो भी 300 mm डिफरेंस पर 50 प्रतिशत सरियों के हाइट एक समान होनी चाहिए।

घर बनवाने के लिए कॉलम का साइज | Column Size For Building A House

वैसे तो कॉलम को आप कई मापों में बना सकते है, लेकिन इसके बाद भी कॉलम का साइज कुछ बातो पे निर्भर करता है, कि घर कितनी मंजिल का होगा। यहां पर कुछ मानक बताता हूं , जो एक अच्छे और मजबूत दो कॉलम के बीच की दूरी के लिए थम रूल के अनुसार सही है, –

  • 9 × 9 , दो कॉलम के बीच दूरी 10 फीट के लगभग करीब होनी चाहिए, एक मंजिल घर के लिए ।
  • 9 × 12, दो कॉलम के बीच की दूरी 13 फीट के आसपास जमीनी मंजिल के साथ 1 मंजिल और होने के लिए चाहिए।
  • 9 × 15 दो कॉलम के बीच दूरी 15 फीट के आसपास हो, जमीनी मंजिल के साथ़ 2 मंजिल बनाने के लिए।
  • 12 × 14, दो कॉलम के बीच दूरी 18 फीट के करीब आसपास होनी चाहिए जमीनी मंजिल के साथ 4 मंजिल बनाने के लिए
  • 12 × 18, दो कॉलम के बीच दूरी 20′ फीट के आसपास होनी चाहिए, जमीनी मंजिल के साथ 4 मंजिल और बनाने के लिए, इसके साथ सरिया की साइज, स्ट्रिंपस, स्ट्रिंपस लेग्स जैसे कुछ अन्य बातों को भी ध्यान में रखना जरूरी होता हैं।

घर बनवाते समय क्या होगा कॉलम का साइज व आकार | What Will Be The Size And Shape Of The Column While Getting The House Built?

आप यह जान लिजिए कि कॉलम का कोई एक मानक आकार नहीं होता है। कॉलमो का आकार कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि कॉलम के प्रकार, डिजाइन और उसकी लंबाई। लेकिन कॉलम की न्यूनतम साइज 9 × 9 एमएम होती होती है। कॉलमो के प्रकार तो बहुत हो सकते हैं जैसे लकड़ी के कॉलम, आरसीसी कॉलम, स्टील कॉलम। लेकिन आजकल आरसीसी कॉलम का भवन निर्माण में अधिक उपयोग किया जाता है।

सार | Essence

कॉलम का प्रयोग घर को मजबूती देने के लिए किया जाता है। लेकिन जब बात आती है दो कॉलमों की दूरी का तो हमें कुछ नियमों को ध्यान में रखना जरूरी हो जाता है। जैसे कि दो कॉलम के बीच में दूरी कम से कम 25 मीटर रखनी चाहिए। इतना ही नहीं कॉलमों का प्रयोग मजबूती के साथ घर की सुंदरता को देखते हुए भी उनका स्थान चयन करना अच्छा होता है। वहीं आपकों बता दूं कि कॉलम का निर्धारण एरिया पर भी निर्भर करता है, इसलिए घर को सुंदर और मजबूत बनवाने के लिए एक बार अच्छे इंजिनियर से सलाह जरूर लें।

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