दीवार चिनाई कराते समय इन बातों का रखें ध्यान, घर में नहीं पड़ेगी दरार | Keep These Things In Mind While Doing Wall Masonry

दोस्तों जैसा कि हम लोग जानते है, आजकल अधिकतर लोग घर फ्रेमिंग के द्वारा बनवाते है। इस विधि से बनवाएं गए घर में घर का सारा भार कॉलम और बीम पर आ जाता है। लेकिन इससे भी जरूरी जो बात है, वह है घर कि दीवार की चिनाई कराना। (wall masonry) एक घर को अच्छा आकार देने के लिए दीवारों की अच्छी तरह से चिनाई कराना बहुत जरूरी होता है। यह घर को आकार के साथ मजबूती भी देता है। लेकिन जब हम दिवारों की चिनाई कराते है, तो बहुत सी गलतियां कर बैठतें है। जिसका नतीजा यह होता है, कि घरों में सीलन आती है, जल्दी से पेंट उतर जाता हैं, और दीवारों पर दरार आ जाना। तो आइए जानते हैं कि वो कौन सी बातें है जिनपर दीवारों की चिनाई करते समय ध्यान देना चाहिए।

Table of Contents

दीवारों के चिनाई के प्रकार | Types Of Wall Masonry

दोस्तों दीवारों की चिनाई कराते समय ध्यान देना बहुत ही अवश्यक होता है, लेकिन इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी होता है, कि चिनाई क्या होती है, और यह कितने प्रकार की होती है। इसलिए यहां पर कुछ चिनाई के प्रकार के बारे बताया जा रहा है।

स्टोन चिनाई | Stone Masonry

निर्माण सामग्री में पत्थर का मुकाबला कोई भी वस्तु नहीं कर सकती हैं। किसी भी अन्य वस्तुओं के मुकाबले यह अधिक टिकाऊ और मजबूत होता हैं। इसके साथ ही यह मौसम की मार भी झेलने में सक्षम होता है। इसी तरह इसके कई अन्य लाभ हैं, इसलिए पत्थरों की चिनाई के लिए जोर दिया जाता हैं।गेबियन चिनाई

गेबियन चिनाई | Gabion Masonry

गेबियन एक बास्केट हैं, जो आमतौर पर जिंक प्रोटेक्टेड स्टील का बना हुआ होता हैं। गेबियन एकल यूनिट के रूप में प्रयोग में लाया जाता हैं। गैबियन सूखा और लचीला दोनों प्रकार के होते हैं। इसलिए इसका उपयोग दीवारों के चिनाई में किया जाता है। यह दबाव, बाढ़, ऊपर से पानी का बहना, ठंढ क्षति, और मिट्टी के प्रवाह के लिए प्रतिरोधी है। इसलिए इसके माध्यम से की गयी दीवारों की चिनाई को अधिक प्रथमिकता दी जाती हैं। इसके द्वारा आमतौर पर अस्थायी निर्माण,अक्सर मिलिट्री, निर्माण के लिए किया जाता था।

ठोस कंक्रीट चिनाई | Solid Concrete Masonry

यह चिनाई के क्षेत्र में लगभग नया प्रयोग हैं, ईंट बनाने के लिए मिट्टी का व्यापक उपयोग पृथ्वी की शीर्ष उपजाऊ मिट्टी को नष्ट कर देता है, इसलिए ब्लॉक का उपयोग लोकप्रिय हो गया है। ईंट चिनाई की तुलना में ठोस कंक्रीट ब्लॉक चिनाई के निर्माण में कम समय लगता है। भारवाही दीवारे जैसे चिनाई के बड़े काम के लिए ये ठोस ब्लॉक आकर्षक रूप से चिनाई की जाती हैं।

ईंट चिनाई | Brick Masonry

जली हुई मिट्टी की ईंटों से बनी ईंट चिनाई, जो ईंट की निश्चित गुणवत्ता की वजह से दबाव मे अच्छा कार्य करती है। इसलिए आज भी ईटों की चिनाई को अधिक तरजीह दी जाती हैं। अपने घर के निर्माण से पहले ईंट चिनाई निर्माण और इसकी सावधानियों के बारे में अधिक पढ़ें। इसके साथ ही उन सावधानियों को ध्यान में जरूर रखे जो ईट की चिनाई के दौरान रखनी चाहिए।

सीमेंट मोर्टार में चिनाई | Masonry In Cement Mortar

रेत और पानी के साथ सीमेंट के मिश्रण से बना एक पेस्ट सामान्यतः सीमेंट मोर्टार के रूप में जाना जाता है। आज के समय इसके माध्यम से की जाने वाली चिनाई का चलन अधिक हो गया हैं। सीमेंट मोर्टार के द्वारा कम समय में अधिक चिनाई कार्य किया जाता हैं।

दीवार की चिनाई में प्रयोग होने वाले मसालों के प्रकार | Types Of Spices Used In Wall Masonry

दीवारों की चिनाई में कई तरह के मसालों का प्रयोग किया जाता है। लेकिन उनमें से कुछ मसालों के बारें यहां बताया जा रहा है, जो आज भी कुछ प्रतिशत के रूप में चलन है तो कुछ अधिक रूप में किया जाता हैं।

चूना सीमेंट मसाला चिनाई | Lime Cement Spice Masonry

चूने में उचित अनुपात मे सुर्खी सिंडर अथवा पोजोलाना पदार्थ मिलाकर चूना मसाला बनाया जाता है। इसका प्रयोग उन स्थानों पर किया जाता हैं, जहां पर सीलन अधिक होता हैं। क्योंकि यह सीलन वाले स्थानों पर टिकाऊ होता है।

पोजोलाना मसाला | Pozzolana Spice

यह एक ज्वालामुखी से मिलने वाली राख होती हैं, जिसे मार्टार बना कर प्रयोग में लाया जाता है, काला मसाला चिनाई (चूने में सिंडर अथवा राखी 1रू3 मिलाकर यह मसाला बनाया जाता है)

मिट्टी -गारा चिनाई | Mud Masonry

कच्ची पक्की चिनाई अथवा कच्ची ईटो की चिनाई के लिय मिट्टी गारा प्रयोग किया जाता है। यह समान्यता मिट्टी का एक प्रकार होता हैं, जिसे साफ पानी में मिट्टी को गीला करके बनाया जाता हैं, इसके बाद प्रयोग में लाया जाता हैं। गारे की चिनाई से बनायी गयी दीवारे में गर्मी के समय में शीतलता रहती हैं।

सीमेंट मसाला | Cement Mortar

सीमेंट में उचित अनुपात में बालू मिलाकर सीमेंट मसाला बनाया जाता है द्ययह जलरोधक और अधिक सामर्थ वाला होता है। यह मजबूती में अधिक होता हैं। वर्तमान समय में इसका प्रयोग चिनाई अधिक होता हैं।

दीवारों की चिनाई में इन बातों का रखें ध्यान, होगा लाभ | Keep These Things In Mind In The Masonry Of Walls, It Will Be Beneficial

अच्छी ईंटों का प्रयोग करना | Using Good Bricks

एक अच्छी और सीधी दीवार के लिए अच्छे साइज और पके हुए ईटों से चुनाई करना बहुत ही जरूरी होती है। इसलिए चिनाई के समय उचित साइज के ही ईंटों का प्रयोग करें। ईटों की जोड़ाई या चिनाई में ईटों के साथ गारा का प्रयोग किया जाता है। परंतु दीवारों की मजबूती केवल गारे पर ही निर्भर नहीं है। बल्कि ईंटे भी मजबूती का एक अंग हैं।

भीगी हुई ईंटों का चिनाई में करें प्रयोग | Use Of Soaked Bricks In Masonry 

जैसा कि हम जानते हैं, एक सूखी हुई ईंट के अंदर पानी को सोखने की क्षमता अधिक होेती हैैं, अब यदि ईंटों की जुड़ाई के दौरान सीमेंट मसाले के पानी को यदि सूखी ईटों द्वारा सोख लिया जाएगा, तो सीमेंट की हाइड्रेशन की क्रिया नहीं होगी और सीमेंट कभी भी पत्थर की तरह मजबूत नहीं हो पाएगा। जिसका नतीजा यह होगा, कि सीमेंट रेत बनकर रह जाएगा।
इसीलिए यह जरूरी है कि चिनाई करते समय ईंटों को पर्याप्त रूप से भिगोकर प्रयोग करें। वह इसलिए कि भीगी हुई ईंट कभी भी मसाले का पानी अवशोषित करने का प्रयास नहीं करेगी, और सीमेंट के हाइड्रेशन की प्रक्रिया अच्छी तरीके से होगी। जिससे दीवारे अधिक मजबूत होंगी।

साबूत ईंटों का प्रयोग | Use Of Proof Bricks

दीवारों की चिनाई के दौरान अधिक से अधिक साबूत ईंटों का प्रयोग करें। साथ ही जिस स्थान पर बहुत जरूरी हो वहीं पर ही अधे या पौनें ईंट का चिनाई में प्रयोग करें। क्योंकि अधा या पौने साइज के ईंटों से की गई दीवारों की चिनाई बहुत ही कमजोर होती है।

सीमेंट मसाला का अनुपात | Ratio Of Cement Seasoning

इस समय दीवारों की चुनाई में सबसे अधिक सीमेंट मसाला का प्रयोग किया जाता है। सीमेंट में उचित अनुपात में बालू मिलाकर सीमेंट मसाला बनाया जाता है। इसकी खासियत की बात करें, तो यह जल रोधक और अधिक सामर्थ वाला होता है। इसका प्रयोग दीवारों पर कई तरह से किया जाता है, जैसे भीतरी व बाहरी दीवारों तथा नीवो में।
सीमेंट मसाले का उपयोग अनुपात
सीमेंट रू 1:6 से 1:5 = सामान्य अथवा 9 इंच दीवार के चिनाई कार्य तथा प्लास्टर के लिए।
सीमेंट बालू 1:3 = दीवारों के होल भरने के लिए, इसमें एक तसला मोरंग भी मिलाना आवश्यक है।

कॉलम, बीम को खुर्दुरा करना | Column, Beam Roughing

अक्सर कई बार देखा जाता है, कि कॉलम के पास दिवारों में दरार आ जाती हैं। इसलिए यहां पर दीवार की चिनाई करने से पहले कॉलम को खुर्दुरा करें। क्योंकि इससे दीवार और कॉलम चुनाई के बाद एक दूसरे से चिपक जायेंगे। इसी विधि को ही कॉलम हैकिंग कहते हैं।

चिनाई में न करें ईंटों की ज्वाइंट में चूक | Do Not Miss The Joint Of Bricks In Masonry

अगर दीवारों कीे मजबूती चिनाई के बाद चाहते हो तो तरी करने में थोड़ी सी भी लापरवाहीं न करें। ध्यान रखें इस दौरान साफ पानी का ही प्रयोग करें। क्योंकि प्रदूषित पानी से दीवारों को नुकशान होगा। दीवारों को चिनाई के बाद कम से कम 7 से 10 दिन तक तरी करते रहें। वहीं अगर गर्मी का मौसम है तो कोशिस करें कि दीवारों को दो टाइम तरी करें।

दीवार उठाते समय दरवाजा और खिड.की को लगवाए | While Lifting The Wall, Get The Door And Window Key Installed.

जब दीवारों कि चिनाई चल रही हो तभी ही दरवाजों को उचित जगह पर लगा दे। बाद मे दिवालो को तोडकर लगाने से दीवार कमजोर हो जाती है।

चिनाई के दौरान साहुल का प्रयोग | Use Of Plumb During Masonry

साहुल एक हाथ औजार है, जिसका उपयोग राजगीरी में सिधाई रेखा पाने के लिये किया जाता है। वहीं आपको बता दें कि सिधाई का मतलब होता है, सीधी उंचाई में खड़ा किया गया वस्तु। दीवार जोडते समय मिस्त्री को बार-बार देखना चाहिए कि दीवार की जोड़ाई सीधी उंचाई में खड़ी हो रही हैै या यह किसी तरफ झुक रही है। क्योंकि झुकी दीवार कोे आसानी से गिरने का खतरा होता है। इसलिए इस खतरे से बचने के लिए साहुल का प्रयोग करते रहना चाहिए।

मसालों का एक निश्चित समय पर प्रयोग | Use Of Spices At A Certain Time

प्रत्येक राजमिस्त्री और ठेकेदार कों यह पता होता है, कि मिक्चर किया गया मसालों का प्रयोग जल्दी कर लेना चाहिए, क्योंकि जितना ताजा मसाला प्रयोग होता है, उतना ही दीवारों को अधिक मजबूती देता है। साथ ही यह इमारत के लंबे समय तक मजबूती प्रदान करने का काम भी करता है।
वहीं बात रही मिश्रित या मिक्चर मसाला कितने समय में प्रयोग किया जाना चाहिए, तो न्यूनतम 60 मिनट और अधिकतम 120 मिनट में समाप्त होना चाहिए। ये उपाय पीपीसी सीमेंट के लिए बताया गया है।
जबकि पीसी सीमेंट के लिए, न्यूनतम 30 मिनट और अधिकतम 60 मिनट के अंदर प्रयोग कर लेना चाहिए।

सार | Essence

चिनाई का अर्थ है ईटों को इस प्रकार चिनना कि उनसे बनी दीवार मजबूत हो। चिनाई का सबसे उपयोगी मटेरियल मसाला होता है। जो चिनाई के दौरान दीवारों को मजबूती देने का काम करते हैं। साथ ही कुछ उपर बिंदु बताए गए है। जिनका ध्यान चिनाई करते समय जरूर रखें। साथ ही एक कुशल मिस्त्री और इंजिनियर की राय जरूर घर बनवाते समय ले।

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