What Is Water Seepage

जानिए क्या होता है वाटर सीपेज (Water Seepage In Hindi),और किस तरह से यह आपके घरों के लिए हैं हानिकारक। ( Know What Is Water Seepage, And How It Is Harmful To Your Homes )

water seepage in hindi

दोस्तों वाटर सीपेज (Water Seepage )का शाब्दिक अर्थ होता हैं, घरों में पानी का टपकना या रिसना। लेकिन इसके बाद भी इसे अन्य कारणों से भी पहचाना जाने का काम किया जाता हैं। वे तरीके इस प्रकार से हैं, जैसे घरों की दीवरों का फूल जाना, दीवरों से पेंट का उतरना, दीवरों से पपड़ी निकलना, दीवारों पर सफेद पाउडर का आना जैसे लक्षण ; ऐसा भी नहीं है, कि ये लक्षण दीवरों पर ही होते हैं, बल्कि वाटर सीपेज के लक्षण फर्श से भी शुरू होने लगते हैं। जिन्हें कुछ सावधानियों की सहायता से रोका जा सकता हैं। बहरहाल, दोस्तों आइए जानते हैं, कि वाटर सीपेज (Water Seepage )कितने प्रकार के होते हैं और यह किस तरह से दीवारों के लिए हानिकारक होते हैं।

वाटर सीपेज के प्रकार | Types Of Water Seepage

वाटर सीपेज को मुख्य रूप से 5 प्रकार से बांटा गया हैं। जिनकी जानकारी होने से घरों के वाटर सीपेज Water Seepage को आसानी से रोका जा सकता है। वे इस प्रकार इस से हैं –

  • छतों और दीवारों की सीपेज
  • टॉप और बॉटम सीपेज
  • नीव या लिंटर का सीपेज
  • नल के लीकेज की सीपेज

छतों और दीवारों की सीपेज | Water Seepage Of Roofs And Walls

 Water Seepage of Roofs and Walls

जब घरों का निर्माण कराया जाता है, उस दौरान घर के चारों तरफ दो दीवारों के बीच में गैप हो जाता हैं, जो बाद में सीपेज Water Seepage का कारण बनता हैं। वहीं छतों पर रखी टंकी या मौसम की मार न झेल पाने क कारण जिन छतों में दरारे आ जाती हैं, वे भी एक समय के बाद सीपेज की वजह बनती हैं। इनको थोड़ी सी सावधानी के द्वारा रोका जा सकता हैं। जिससे छत और दीवारे दोनों को मजबूती मिले।

टॉप और बॉटम सीपेज | Top And Bottom Seepage

Top and Bottom Seepage

सीपेज Water Seepage यानी की पानी का टपकना या रिसना यह प्रकार घरों की उपरी सतह और फर्श से पानी का निकलना होता हैं। इस प्रकार का सीपेज घरों में रहने वालों लोगों के लिए खतरनाक होता हैं। वहीं ये घर की सुंदरता को भी नुकशान पहुंचाते हैं। इसके प्रभाव से छतों में लगी पुट्टी या अन्य वस्तुएं छूटने लगती हैं। इस प्रकार की सीपेज का मुख्य वजह छत की दरारे होंती हैं।

नीव या लिंटर का सीपेज | Seepage Of Foundation And Linter

Seepage of Foundation and Linter

घर बनवाते समय नींव और लिंटर जैसे दों बातों का बहुत अधिक ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इन दो बातों के नजर अंदाज करने से घर में सीपेज का प्रभाव अधिक हो जाता हैं। इनके निर्माण के समय ही नींव और लिंटर सीपेज के प्रभाव को घरों में होने से बंद किया जा सकता हैं। नींव और लिंटर का सीपेज इनके द्वारा घरों में पानी का आना होता हैं। कुछ साल पहले जब लोग फुटिंग ईंटों से करवाते थे, तो उस समय उसमें अधिक ईंटों का प्रयोग करते थे, जो बाद में ईंटों से सांद्रण विधि से पानी का रिसाव होकर घरों में आ जाता था। लेकिन वर्तमान समय में ईंट का प्रयोग अधिक मात्रा में नहीं बल्कि जरूरत के आधार ही किया जाता है। बाकि समस्त कार्य सीमेंट और कंकरीट का प्रयोग करके होता हैं। जो वाटर सीपेज जैसी समस्या को कम कर देता हैं। क्योंकि सीमेंट और कंकरीट की फुटिंग करते समय इसमें वे केमिकल भी मिलाये जाते हैं, जो सीपेज को रोकते हैं। इस तरह से ही लिंटर के सीपेज Water Seepage को रोका जा सकता हैं।

सीपेज होने के कारण | Causes Of Seepage 

Causes of Seepage 

घर में पानी का रिसाव छतों, दीवारों और बॉटम से होता हैं। लेकिन सबसे अधिक घरों में पानी का सीपेज Water Seepage दीवारों के द्वारा होता हैं। परंतु यह दीवारों की बनावट और उसकी अवस्था पर निर्भर करता हैं। इसके साथ ही कई अन्य प्रकार के कारण भी हैं, जो घरों में सीपेज की वजह बनते हैं। ये प्रकार इस तरह से हैं, –

  • घर बनवाते समय दूसरे के घर की दीवर से आपकी दीवारों के बीच में गैप का होना।
  • डीसीपी को व्यवस्थित तरीके से न बनाने के कारण सीपेज का होना।
  • बेसमेंट से सीपेज का होना
  • बाथरूम में ज्वाइंट को सही से न लगाने के कारण
  • घर को बनवाने के बाद कुछ दिनों के भीतर ही पेंट कराना भी सीपेज का कारण बनता हैं, क्योंकि दीवरों को सूखने के लिए उचित टाइम नहीं मिल पाता है।

सीपेज के लिए मुख्य सुझाव | Key Tips For Seepage

 Key Tips for Seepage

सीपेज(water seepage)को रोकने के लिए कुछ खास ऐसे बिंदु हैं, जिनको ध्यान में रखने से आसानी से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। जब आप घरों की दीवारों की चिनाई करा रहें हो तो इस दौरान दीवरों के बीच में परस्पर रूप से एक दूसरे से जुड़ी होनी चाहिए। इसके साथ ही कुछ अन्य बिंदु भी हैं, वे इस प्रकार से हैं-

  • प्लाबिंग कराते समय ज्वाइंट का खासा ध्यान रखे, इसके साथ ही ज्वाइंट को इस प्रकार से टाइट कराए की भविष्य में पानी का रिसाव न होनें पाए।
  • डीपीसीपी कराते समय मोर्टार का रेसियों और की डीपीसीपी की उचित थिंकनेस का खासा ध्यान रखें।
  • सीपेज को कम करने के लिए बेसमेंट मे आरसीसी का दीवर और फर्श बनवाना जाना चाहिए।
  • छत पर पानी को रुकने नहीं देना चाहिए। इसके साथ हो सके तो पानी की टंकी का पानी भी छत पर न रुकने दें। क्योंकि छत पर पानी के रुकने से सीपेज होने लगता हैं।
  • प्लास्टर कराने के बाद तुरंत ही घर की पुताई करना न चालू करें, बल्कि दीवारों और ईंटों को सूखने का पूरा टाइम दें।

सार | Essence

जैसा की आप जानते हैं कि, घर में पानी का टपकना या रिसाव होने की समस्या को सीपेज कहां जाता हैं। यह समया आजकल लगभग हर घर की कहानी हो गयी हैं। कुछ घरों में तो कम हैं, लेकिन कुछ घर में तो बहुत ही अधिक सिपेज की कहानी हैं। इस समस्या से छुटकारा पाना उस समय महंगा हो जाता हैं, जब घर का निर्माण लगभग पूरी तरह से खत्म हो जाता हैं। लेकिन सीपेज की समस्या हो उस समय सस्ते में खत्म किया जा सकता हैं, जब घर का निर्माण चल रहा हो। क्योंकि उस समय की सावधानियां अपनाने से सीपेज (Water Seepage) रुकता हैं। ये सावधानियां ऐसी हैं, जैसे सीमेंट में केमिल का प्रयोग करके और दरारों को बंद करके रिसाव रोका जा सकता है। इस आर्टिकल के द्वारा हमने वाटर सीपेज को कैसे रोकें इन हिंदी ( How to Stop Seepage In Hindi ) में जाना है।