
दोस्तों पुराने जमाने में पत्थर यानी संगमरमर के प्रति लोगों का काफी लगाव था। इसलिए यह कह सकते है, कि इसका चलन 16वीं सदी तक बहुत अधिक रहा है। जिसका उदाहरण ताजमहल बड़ी -बड़ी इमारतें आज भी मौजूद है। उस जमाने में यदि कोई धनवान है, तो वह निश्चित तौर पर अपने भवन , कोठी और महल में संगमरमर का उपयोग करेगा। लेकिन समय के साथ ही संगमरमर का भी विकल्प 19वीं और 20वीं सदी में टाइल्स के रूप में आया।
इस समय दोनों चलन में हैं। लेकिन कुछ लोग आज भी संगमरमर को ज्यादा तवज्जों दे रहें हैं। हालांकि अब काफी महंगे और डिजाइनर टाइल्स भी आ रहे हैं। लेकिन अब सवाल यह है, कि लोगों को वर्तमान इस समय घरों में क्या लगवाना पसंद करेगे, तो आइए इन्हीं प्रश्नों का उत्तर इस लेख के माध्यम से जानने की कोशिश करते हैं।
संगमरमर की विशेषताए Features Of Marble

मुगलों के जमाने से ही संगमरमर को बहुत अधिक आकर्षक और धनवान की चीज मानी जाती थी। यहीं कारण है, कि इसके प्रयोग के लिए उस समय से लेकर आज के समय तक रोज नये नये तरीके इजाद किये जाते थे। वहीं अगर इस समय संगमरमर के बारे मे बात करें, तो इसे बहुत ही स्टाइलिश माना जाता है। संगमरमर को रखना बहुत आसान है, और अगर आप फिर से चमक लाना चाहते है, तो फिर से पॉलिश किया जा सकता है। पॉलिश करने के लिए कोई समय सीमा नहीं होती है। इसे आप पतला होने तक के समय तक पॉलिश कराने के लिए आजाद हैं।
संगमरमर को घरों में लगवाने के लाभ Benefits Of Installing Marble In Homes

संगमरमर को फर्श की सजावटी डिजाइन बनाने के रूप में जाना जाता है। यह टाइल्स के अपेक्षा अधिक लंबे समय तक अपनी पहचान बनाये रखता है। इतना ही नहीं संगमरमर गर्मी के मौसम में घर और अन्य स्थानों पर इसकी सतह ठंडी व बहुत ही सुखद और आराम दायक होती है। इसके रख रखाव करने के लिए भी अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं पड.ती है, बस कभी-कभार स्वीपिंग और पॉलिशिंग की आवश्यकता होती है।
संगमरमर पर मौसम का सकारात्मक प्रभाव Positive Effect Of Weather On Marble

संगमरमर लगवाने का सबसे बड.ा यह फायदा है, कि लोगों को यह मौसम के दुष्प्रभाव से बचाता है। गर्मी के मौसम में शीतल हो जाता है। इतना ही नहीं यह किसी भी मौसम में संक्रमण को फैलने से रोकता है, और कई मौसमों की मार झेलने के बाद भी यह हजारों साल तक अपना वजूद बनाये रखता है।
घरों में लगवाने वाले पत्थर या संगमरमर के नुकसान Disadvantages Of Installing Stone Or Marble In Houses

संगमरमर बहुत महंगा होता है। अगर आप अपने घरों में लंबे समय तक ंशुद्ध चमकदार और सफेद रंगों वाले पत्थर लगवाना चाहते हैं, तो आपको महंगे संगमरमर खरीदने होंगे। यह टाइल्स के मुकाबले अधिक वजन वाला होता है। कई बार ऐसा भी होता है, कि यह अनुचित सफाई के कारण आसानी से अपने सौंदर्य और गुणों को बनाये नहीं रख पाता है और अपनी चमक खो देता है।
टाइल्स की विशेषताएं और रख रखाव Features And Maintenance Of Tiles

इस समय टाइल्स कई डिजाइनों में आने लगे है। इसलिए इसका प्रयोग कई तरह के फर्श को बनाने में इस्तेमाल होने लगा है। वह इसलिए भी कि फर्श में टाइल्स को मैंटेन कर के रखना बहुत आसान है, साथ ही पत्थर की अपेक्षा यह आसानी से स्वाइप और साफ हो जाती हैं।
टाइल्स लगवाने के लाभ Benefits Of Installing Tiles

अगर इसके लाभ के बारे में बात करें तो इसके कई लाभ है। जो इसको घरों में लगावाने के लिए आप मजबूर हो जायेंगे। टाइल्स का फर्श बहुत मजबूत होता हैं। इतना ही नहीं यह बैक्टीरिया मुक्त भी होता है। इसके साथ ही टाइल्स का फर्श अच्छा इन्सुलेटर है। दावा यह भी किया जाता है कि कुछ टाइल्स की फर्श फायर प्रूफ होती है। वहीं इसके बारें में यह बात अधिक कही जाती थी, कि टाइल्स स्लिप बहुत करती है। लेकिन अब इससे घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बाजार में अब कई इस तरह की टाइल्स भी आ गयी है, जो एंटी स्लिप टाइल्स होती हैं।
टाइल्स के कुछ नुकसान Some Disadvantages Of Tiles

टाइल्स के नुकशान के बारे में कहा जाए, तो ये बहुत ही कम है, लेकिन कुछ जो आसानी से पकड़ में आ जाते है। जैसे पत्थर की अपेक्षा हल्की होती हैं। कुछ तो ऐसी होती है, जो नजदीक से गिरने पे भी टूट जाती हैं। यह काफी फिसलन भरी हाती है। इसलिए फिसलन वाली टाइल्स खरीदने से पहले सावधान रहें और एंटी स्लिप टाइल्स खरीदने पर जोर दें।
टाइल्स और मार्बल की रचना Tiles And Marble Construction

जहां एक ओर फर्श की टाइलें हाई टेम्प्रेचर पर सिलिकेट या मिट्टी से बनाई जाती हैं। वहीं पत्थर नेचुरल रूप से खादानों में मिलते है। जिन्हें एक लंबे प्रोसेस के बाद फर्श के लिए उपयोगी बनाया जाता हैं। इसलिए यह कह सकते है, कि मार्बल मूल रूप से नेचुरल स्टोन है, जो लाइम स्टोन के मेटफोरिक क्रिस्टलीकरण से बनता है।
सार Essence
दोस्तों आप अपने फर्श को अगर गुड लुकिंग फ्लोर देना चाहते हैं, तो इसके लिए नियमित रूप से फर्श की सफाई करनी चाहिए। टाइलें वाटरप्रूफ होती हैं, इसलिए उन्हें पानी और मुलायम कपड़े से साफ किया जा सकता है। इतना ही नहीं टाइलों में आसानी से दाग भी नहीं लगता हैं। वहीं मार्बल की बात करें, तो यह एक पोरस पत्थर होता है। जो एसिड या अल्कली के साथ पानी या एब्रेसन को ऑब्जर्व करता है, जिसके कारण इसकी देखभाल अधिक करने की जरूरत होती है। इसलिए इसको साफ करने के लिए आप गुनगुने पानी का प्रयोग कर सकते हैं। दोनों की कुछ बारीकियों को जानकर अब स्वयं यह फैसला ले सकते है, कि आपके लिए क्या बेहतर रहेगा।