
RENOVATION & REMODLING घर निर्माण के क्षेत्र में रोज नये-नये बदलाव हो रहे हैं, जिसके कारण लोगों की इच्छाएं भी घर को लेकर बदल रही है। लोगों की इसी इच्छा को पूरा करने के लिए रिनोवेशन और रीमॉडलिंग जैसे तरीको का आविष्कार हुआ है। इसके माध्यम से पुराने घर में बदलाव करके उसको नये जमाने के अनुसार आकार दिया जाता है। इस दौरान आधुनिक तरीकों और सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाता हैं। यही नहीं इनके माध्यम से पुराने से पुराने घर को कुछ बदलाव करके उसको रहने योग्य बनाया जा सकता है, वो भी एक निश्चित बजट के अंदर। तो आइए जानते है, कि रिनोवेशन और रीमॉडलिंग से किस प्रकार घर को नया लुक दिया जा सकता हैं।
जानें कैसे होता है घर का रिनोवेशन | Learn how home renovation happens

सबसे पहले जानते है, कि रिनोवेशन होता क्या है। रिनोवेशन का शाब्दिक हिंदी अर्थ नवीनीकरण होता है। इसके तहत घर में कुछ बदलाव करके उसे नया रूप दिया जाता है। इस दौरान घर में हल्की तोड.फोड भी कि जाती है, और कुछ दीवारों को बदलाव के अनुसार हटाया और नयी दीवार की चिनाई की जाती है। एक तरीके से यह घर को सुधारने वाली प्रक्रिया होती है। जो कई प्रकार से की जाती हैं। जिसके बारे में आप नीचे के प्वाइंटों से जानेंगे।
घर में तोड.फोड. करना | Doing break in the house

रिनोवेशन का जो सबसे पहला भाग है, वो हैं डिस्मेंट्रलिंग करना। साफ शब्दों में बात की जाए तो तोडफोड. करना। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है, कि इस दौरान अधिक तोडफोड नहीं की जाती हैं। तोडफोड के समय ऐसी चीजों को बचा के रखनी चाहिए, जो रियूज होनी वाली हो। इसके साथ ही उन्हीं वस्तुओं को नष्ट करें जिनकी आपने एक लिस्ट बनायी हो।
सिविल स्टेªक्चर वर्क | Civil structure work

नवीनीकरण का यह बहुत ही अहम भाग होता हैं। जो घर के बदलाव में अहम भूमिका निभाता है, और घर को नया लुक देता हैं। सिविल स्टेªक्चर वर्क में नयी दीवार की चिनाई कराना, नयी चौखट लगवाना, नये दरवाजे की ओपनिंग करना और बालकनी को बनाना जैसे बदलाव के काम आते हैं। सिविल स्ट्रक्चर के काम होने के बाद चिनाई की गयी दीवारों, या प्लास्टर हुई दीवारों पर तराई का अगले दिन से ही शुरू करें।
घर रिनोवशन में सविर्सेज का काम | Services work at home renovation
सविर्सेज के दौरान होने वालों कामों की लिस्ट बहुत लंबी है, लेकिन आपको कुछ कामो के बारे में यहां जानकारी दी जायेगी, जो रिनोवेशन के दौरान बहुत ही जरूरी होती हैं। इन सर्विसेज में मुख्य इलेक्ट्रानिक, प्लांबिंग और एसी के काम हैं।
इस दौरान ध्यान देने वाली बातें हैं, वो ये है कि घर के बिजली की मेंन तार को बदलना चाहिए। इसके साथ ही उन प्वाइंटों पर भी गौर करना चाहिए जो घर को बिजली के द्वारा नया लुक दिया जा सकें।
वहीं जो दूसरी बात है, वो है प्लांबिंग, इसके तहत भी उन प्वाइंटों को बदलाना चाहिए जो काम की नहीं हो। साथ ही पाइपो की ज्वाइंटों पर अधिक काम करना चाहिए।
फॉल्स सेलिंग का रिनोवेशन के समय महत्व | Importance of False Ceiling in Renovation

घर का कमरा दो चीजों से खूबशरत बनता हैं, पहला फाल सेलिंग और लाइटिंग। इसलिए सेलिंग के दौरान छत की उंचाई का ध्यान रखें।
रिरनोवेशन में पीओपी का काम | POP work in Renovation

पीओपी का काम रिनोवेशन में सबसे आखरी का चरण होता हैं। पीओपी के समय आंतरिक दीवारोें पर ही पीओपी का काम करें। अगर आप पीओपी का काम बाहर भी कराते है, तो यह घाटे का सौदा साबित होगा। क्योंकि बरसात या बदलते मौसम के कारण बाहर का पीओपी जल्दी खराब हो जायेगा।
फ्लोरिंग का काम | flooring work
रिनोवेशन के समय सबसे अधिक बदलाव फ्लोर पर ही होता हैं। इसके बाद दीवारों पर। लेकिन जो सबसे जरूरी बात है, वह यह कि फ्लोरिंग को किस तरह से नया लुक दें। इसके लिए पहले से लगी फर्स को ध्यान में रख कर ही नयी फर्स का चुनाव करें। फ्लोरिंग के लिए आप स्टोन, टाइल्स और उडेन का फ्लोर लगवा सकते हैं।
नवीनीकरण और पुनर्निर्माण के बीच अंतर | Difference between renovation and reconstruction
जैसा कि आप लोग जानतेे है, कि घरों में कुछ बदलाव करने के तरीकों को नवीनीकरण या रिनोवेशन कहते हैं। इस तरीके का प्रयोग करके घर और कमरों को नया रूप या लुक दिया जाता हैं।
कुछ इसी तरह से ही पुनर्निर्माण भी होता हैं। यह भी घर के बदलाव करने का एक हिस्सा हैं। लेकिन इस तरीके से घर का बदलाव करना थोड.ा महंगा होता हैं। क्योंकि इस तरीके के बदलाव में घर के कमरों और दीवारों में अधिक तोड.फोड करनी पड.ती हैं। इस विधि से घरों के अंदर कमरों और अन्य चीजों को पूरी तरह से बदल दिया जाता हैं। जिससे घर को एक दम नया लुक मिल जाता हैं।
कौन से प्रोजेक्ट बेस्ट हैं? | Which projects are the best?
रिनोवेशन और पुनर्निर्माण दोनो तरीको से ही घर में बदलाव किया जाता हैं। लेकिन रिनोवेशन के दौरान में सबसे अहम बात यह होती है, कि घर के चीजों और कमरों को कुछ इस तरीके से बदलाव किया जाता है, कि कम बजट में ही और थोड.ी सी ही तोड. के द्वारा घर को नया लुक दिया जा सके।
जबकि पुनर्निर्माण के दौरान घर के अंदर और बाहर दानों जगहों पर काफी हद तक बदलाव किया जाता हैं। जो अधिक बजट का होता हैं। इसमें समय भी रिनोवेशन से अधिक लगता हैं। इतना ही नहीं इसमें तोड.फोड. अधिक की जाती हैं। अब आप अपने च्वाइस के अनुसार इन तरीको का प्रयोग कर सकते हैं।
सार | Essence
समय के साथ लोगों की इच्छाएं बदलती जा रही है, जिससे लोगों के रहने के तरीके बहुत अधिक प्रभावित हो रहे हैं। इसका असर घरों के नये डिजाइनों के रूप में भी देखा जा रहा हैं। यही कारण है, कि जो घर आज से कुछ वर्षों पहले बनाए गए थे। उनको नवीनीकरण और पुनर्निर्माण के द्वारा नया लुक दिया जा रहा हैं। इस दौरान यह भी देखा जाता है, कि घर के नींव और मजबूती को कोई नुकशान न होने पाए। इसलिए हम यह कह सकते है, कि नवीनिकरण और पुनर्निर्माण सुुरक्षात्मक कदम होते हैं।