
दोस्तों इस समय लाइट लोगों के जीवन जीने का एक खास हिस्सा है। इस समय आम आदमी से लेकर खास आदमी तक के सभी लोगों के जीवन को लाइट बहुत ही आसानी से प्रभावित करती है। इसके साथ ही यह घर को सुंदर और आकर्षक बनाने में सबसे अहम भूमिका भी निभाती है। घर की लाइटींग की बात करें, तो इसे व्यवस्थित और बेहतर तरीके से लगवाते है, तो घर देखने में खूबशूरत लगता हैं और घर में शांतिपूर्ण माहोल बना रहता है, साथ ही समझदारी से लगाई गई लाइट बिजली और पैसा दोनों बचाती है। तो आइए जानते है, कि घरों में लाइटींग कराना किस प्रकार से अच्छा और फायदेमंद रहेगा।
घरों में प्राकृतिक रोशनी का सही प्रयोग | Proper use of natural light in homes

आज के समय में लगभग हर कोई अपना घर नक्शा से बनवाता है, जिसमें लोग वास्तु और योजना का भी खास ध्यान रखते हैं। साथ ही इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है, कि धूप व हवा सही तरीके से घर में आएं। इसलिए जब आप घरों में लाइट फिटिंग करा रहें हो, तो बाहर से आने वाली धूप या रोशनी किस कमरे में और किस तरफ से आती है, इसका ध्यान जरूर रखें। अगर कमरों में प्राकृतिक रोशनी का आप अधिकतम उपयोग करना चाहते है, तो वहां पर लाइट के बल्ब का प्रयोग अवश्यकता के अनुसार करें।
घरों में संतुलित लाइट के प्रयोग पर बल दें | Emphasize the use of balanced lighting in homes

घरों में लाइटिंग के समय यह देखें कि कमरे में जरूरत से ज्यादा लाइटों का प्रयोग न होने पाए। क्योंकि जरूरत से अधिक लाइट न केवल कीमत बढ़ाती है, बल्कि आंखों पर भी खासा प्रभाव डालती है। जैसे किचन, बेडरूम, स्टडी रूम जैसी जगहों पर 300 से 400 लक्स लेवल की लाइटों को ही लगवाना चाहिए। वहीं अगर और बेहतर रिजल्ट आप चाहते है, तो एलईडी लाइट के इस्तेमाल पर बल दें सकते हैं। क्योंकि इसकों लगवाने से बिजली की बचत और संतुलित प्रकाश तो होता ही है, साथ ही दीवार और फर्नीचर का जो रंग होता है, वह भी निकल कर सामने आता है।
रंगों वाली लाइटों का प्रयोग और प्रभाव | Use and effects of colored lights

इस समय अनेकों प्रकार के रंग और साइज की लाइट बाजार में उपलब्ध है। आपको बता दूं कि, पहले लोग दीवारों का रंग चुन लेते थे, इसके बाद लाइट का चुनाव करते थे, बल्कि यह दोनों साथ में होना चाहिए। वह इसलिए कि बिजली की बचत के साथ ही घर की सुंदरता भी निकल कर सामने आए। इसके लिए आप सरकाडीयन फ्रेंडली लाइट भी लगा सकते हैं, जो कमरे के तापमान और दिन के समय के हिसाब से अपने आप व्यवस्थित होती रहती है।
घर में कमरों के कोने को कैसे करें रोशन? | How to illuminate the corner of the rooms in the house?

कमरे के कोने को रोशन करने का सबसे आसान तरीका होता है, लाइट लैप का प्रयोग करना। इसकी रोशनी से उस जगह का रंग भी दिखता है, और उस स्थान की सुंदरता भी बढ. जाती है। जिन लैंपों का प्रयोग आजकल चलन में है, वे इस प्रकार से हैं, –
1 टेबल लैंप
2 स्म्क् लैंप
3 वुडन लैंप
लिविंग रूम की लाइटिंग | living room lighting

लिविंग रूम में कम से कम चार पावर प्वाइंट का प्रयोग करें । ये पावर प्वाइंट टीवी, एसी, फोन चार्जर और केबल के प्रयोग के लिए होना चाहिए।
बेडरूम की लाइटिंग | Bedroom lighting

बेडरूम में भी मुख्य रूप से पांच पावर प्वाइंट होने चाहिए, जिसमें से टीवी, एसी, केबल, लैंम्प और फोन चार्जर। इसके साथ ही दो एलईडी बल्ब का प्वाइंट होना अति अवश्यक है।
किचन के लिए लाइटिंग | lighting for kitchen

किचन में हमेशा बिजली के विभिन्न प्रकार का प्रयोग होता रहता है। इसलिए इसमें थोड़ा अधिक बिजली की लाइटिंग कराना चाहिए अन्य कमरों की अपेक्षा। वहीं अगर मुख्य लाइटिंग की बात करें तो फ्रीज, वाशिंगमशीन, मिक्चर और एक कनेक्शन अधिक रखना चाहिए, साथ ही दो एलईडी का कनेक्शन किचन में अलग से होना चाहिए। वहीं अगर टोटल पावर प्वाइंट की बात करें तो कम से कम 8 लाइटिंग की व्यवस्था किचन के लिए होना अच्छा रहेगा।
होम ऑफिस या स्टडी रूम की लाइटिंग | home office or study room lighting

कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर, चार्जिंग डिवाइस और डेस्क लैम्प के लिए लाइटिंग होनी चाहिए। इसके साथ ही एक या दो कनेक्शन जरूरत के हिसाब से अधिक भी करा सकते है।
आउट साइड लाइटिंग | Outside side lighting

आउट साइड में लाइटिग के लिए आप एक म्यूजिक सिस्टम के लिए, वैक्यूम क्लीनर के साथ ही यहां पर कम से कम चार कनेक्शन की लाइटिंग करा सकते हैं। जो आज के समय के अनुसार जरूरी भी है।
एक्सट्रा लाइटिंग | Extra lighting

मेनगेट, बालकनी, और छत पर भी कनेक्शन की लाइटिंग कराना बहुत ही जरूरी है। इसके साथ जो सबसे जरूरी लाइटिंग की बात है, वो है जीने की लाइटिंग। जीने की लाइटिंग आजकल कई तरह से की जाती है। जिसमें सबसे अच्छी मानी जाती है, जीने के बगल दीवारों के अंदर लगी अंडर ग्राउंड लाइट।
सार | Essence

घर को और घर के कमरों को एक बेहतर लुक देने के लिए लाइटिंग कराना बहुत ही आवश्यक काम होता है। क्योंकि घर को पूर्ण घर तभी माना जाता है, जब घर में वे सभी चीजे मौजूद हो, जो आम लोगों के लिए जरूरी होती है। लाइट उनमें से एक है, जिसके बिना आज के जीवन शैली की हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसलिए घर की लाइटिंग कराते समय उन सभी बिंदुओं पर जरूर ध्यान दें, जो लाइटिंग से जीवन को बेहतर करती हैं, साथ ही एक लाइटिंग व्यवस्था इस प्रकार से भी हो जिसको बंद करने से बाहर की लाइट को कंट्रोल किया जा सके।