Use Cement Motar in This Ratio for Plaster - By Constructions Wala

प्लास्टर करवाने से पहले इन बातों को रखें याद, दीवारों को मिलेगी खास मजबूती | Remember These Things Before Getting Plaster, The Walls Will Get Special Strength

दोस्तों अधिकतर लोग अपनी जीवन भर की कमाई लगाकर अपने सपनों का घर बनवाते हैं। लेकिन इसके बाद जब घरों में कमी निकल आती है, तो बहुत ही दुख होता है। घर की ये कमिया इस प्रकार से जैसे दिवारों में दरारे का होना, पपड़ी बनके प्लास्टर (Plaster) का उजड़ना और पीओपी का दीवारों पर नहीं लगना निकल कर जब सामने आती है, वो भी एक चूक के कारण , तो बहुत दुःख होता है। क्योकि इंसान बहुत मुश्किलों और बचत करके घर को बनवाता है। यह बात भी सच है, कि लोग घर को जल्दबाजी में बनवाने के चक्कर में कई गलतियां कर बैठते हैं। जिसके कारण बहुत ही पछताना पड़ता है। तो आइए जानते है कि कौन सी वो बाते है, जिनको प्लास्टर करवाते समय ध्यान में रखना चाहिए। ( www.constructionswala.com )

दीवारों की अच्छी तरह से करें क्युरिंग | Curing The Walls Properly

दीवारों पर प्लास्टर कराने से पहले दिवालों को क्युरिंग किया जाता है। क्युरिंग का मतलब दिवारों को पानी से भिगोना या तरी करना होता है। प्लास्टर ( Plaster ) करने से एक दिन पहले ही दीवार को अच्छी तरह से क्युरिंग कर लें, ताकि प्लास्टर करने तक नमि बनी रहेे। इतना ही नहीं इस दौरान यह भी देखें कि अगर कहीं पर भी दीवारों पर मिट्टी या कोई ऐसी चीज लगी है, जिसे साफ करने की जरूरत है, तो उसे साफ भी कर लेना चाहिए।

प्लास्टर से पहले दीवारों पर मोर्टार के घोल का करें प्रयोग | Use Mortar Solution On The Walls Before Plaster

दीवारों पर नमी करने के बाद का जो काम होता है, वह दीवारों पर अच्छी तरह से सीमेंट के घोल का प्रयोग करना होता है। क्योंकि बिना घोल के प्रयोग से पहले ही आप प्लास्टर का कार्य कराने का काम शुरू कराते है, तो मोर्टार दीवारों पर चिपकेगा नहीं। घोल को बनाते समय यह भी ध्यान रखें की यह ज्यादा पतला न रहे, और अधिक मोटा भी न रहें। घोल के तुरंत बाद प्लास्टार को करना जरूरी होता है, इसलिए यह भी ध्यान में रखें कि घोल के बाद दीवारों के प्लास्टर के लिए अधिक देर नहीं करनी चाहिए।

बालू का छानना जरूरी | Sand Sifting Required

प्लास्टर के लिए मसाला यानि मोर्टार बनाते समय आप उसमें जो बालू आप प्रयोग में लाना चाहते हैं उसको पहले छन्ने से छान लें। इससे बालू में मौजूद गंदगी अच्छी तरह से निकल जाएगी। साथ ही उसमें जो बड़े कंकड़ं होते हैं वह भी छानने से निकल जाते हैं। इससे प्लास्टर की पकड़ मजबूत होती है और फिनिशिंग काफी अच्छी आती है।

प्लास्टर के लिए इस अनुपात में सीमेंट मसालों का करें प्रयोग | Use Cement Mortar In This Ratio For Plaster

प्लास्टर के लिए जो सीमेंट और रेत का अनुपात कम से कम 1 : 4 और अधिक से अधिक 1 : 5 होता है। अगर प्लास्टर के लिए इससे अधिक अनुपात के मसालों का प्रयोग करते है, तो वह आपके दीवारों के लिए नुकशान दे होगा। वहीं अगर क्लासिक अनुपात की बात करें तो 1 : 4 या 1 : 5 माना गया है।

प्लामिंग और इलेक्ट्रिकल के बाद शुरू करें प्लास्टर का काम | Start Plaster Work After Plumbing And Electrical

प्लास्टर का काम घर में तभी शुरू करना चाहिए, जब बिजली और प्लाबिंग का काम खत्म हो चुका हो। क्योंकि ये कार्य बाद में कराने से दिवारों पर वो फिसिंग नहीं रहती है, जो इस कार्य के कराने के बाद आती हैं।

इतनी रखनी चाहिए प्लास्टर की मोटाई | The Thickness Of The Plaster Should Be Kept So

घर के अंदर कि दीवारों का प्लास्टर कराने में अधिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड.ता है, क्योंकि अंदर दीवारों की चिनाई के समय से ही लगभग बराबर होती हैं, इसलिए अंदर की दीवारों में अधिक मोटाई का प्लास्टर कराने से बचना चाहिए। अंदर की दिवारों के लिए 12-15 mm तक मोटाई का प्लास्टर पर्याप्त होता है।
वहीं मकान के बहारी दीवारों के प्लास्टर के लिए अंदरूनी दीवारों की अपेक्षा अधिक मसाला लगता है, क्योंकि दूसरी तरफ दिवारे समतल नही होती हैं। इसलिए जब घर बन रहा हो, तो उसी समय यह ध्यान रखें कि चिनाई के दौरान ही दीवारों के दूसरी तरफ भी झाडू या कन्नी का प्रयोग मिस्त्री करतें रहें।

प्लास्टर से पहले दीवारों के इस काम को कर देना चाहिए खत्म | Finish This Wall Work Before Plaster

प्लास्टर से पहले जो उपयोगी काम होता है, वह है दीवारों के होल को भरना। अगर इस काम को बिना खत्म किए ही आप प्लस्टर कराना शुरू कर देंगे तो वह एक गलत कदम बाद में साबित होगा। इतना ही नहीं दीवार भी देखनें में भद्दी लगेंगी और इन में मजबूती की भी कमी रहेगी। इसलिए इस कार्य को खत्म करने के बाद भी प्लास्टर का कार्य करना चाहिए।

प्लास्टर के लिए इस सीमेंट का करें प्रयोग | Use This Cement For Plaster

यह आपके लिए जानना बहुत ही जरूरी है कि, जो सीमेंट आप प्लास्टर के लिए लेकर आए है, वह काम करेंगी की नहीं। क्योंकि अधिक दिन की सीमेंट प्लस्टर के लिए अच्छी नहीं मानी गयी। इसलिए सीमेंट के पैकिंग का दिनांक जानना बहुत उपयोगी है। वह इसलिए कि पैंकिंग के दिनांक से मात्र तीन महीने तक या उससेे पहले की ही सीमेंट प्लास्टर के लिए अच्छी है।

सार | Essence

प्लास्टर घर की दीवारों को ढकने के साथ ही मजबूती देने का काम करता है। साथ ही प्लास्टर के बाद ही घर का वह आकार बाहर निकल कर आता है, जिसकी हम घर बनवाते समय कल्पना करते हैं। इसलिए प्लास्टर के समय उन बातों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए, जिनसे बाद में पछताना न पड़े। इसलिए प्लस्टर कराने से पहले एक कुशल राजगीर और इंजिनियर से भी सलह अवश्य लेना चाहिए।