घर हो या ऑफिस बनवाने के लिए जब नीव की खुदाई कराते है, तो कुछ नीव पूजा की विधियां अपनाई जाती है। जिसको भारत में रहने वाला हर वर्ग के व्यक्ति मानते है।
घर निर्माण के समय सबसे पहला काम नींव की खुदाई का किया जाता है।व्यक्ति को यहां पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
घर की नींव की खुदाई की शुरूआत सबसे पहले ईशान कोण से करें आपको बता दूं कि ईशान कोण जमीन के उस हिस्से को कहते है, जो उत्तर पूर्व दिशा में होेता है। इसके बाद आग्नेय कोण की खुदाई आरंभ करें।
आपको बता दूं कि नींव में एक चांदी का नाग-नागिन का जोड़ा अवश्य रखवाना चाहिए। मान्यता है कि पृथ्वीलोक के नीचे पाताल लोक है जिसके स्वामी नाग हैं, इसलिए नींव पूजन में चांदी के नाग-नागिन रखवाएं जाते हैं।साथ ही नींव पूजन करवाते समय दूध, दही और घी का उपयोग अवश्य करना चाहिए।
वैसे तों नीव पूजा में जितनी भी चीजे प्रयोग में लाई जाती हैं उनका अपना अलग ही स्थान है।ये घर की चीजे हैं दूध, दही और घी हैं। इसके साथ ही यह भी ध्यान में रखें कि पूजा समाप्त होने के बाद हवन में आम की लकड़ी का प्रयोग जरूर करें।
घर निर्माण और नीव खुदाई का भी एक समय निर्धारित किया गया है। अगर घर का कोई भी सदस्य बीमार है, तो ऐसी स्थिति में नींव की खुदाई शुरू भूलकर भी न करें।