घर को मजबूती देने के लिए दो कॉलम के बीच उचित दूरी

घर बनवाते समय दो कॉलमों के बीच की दूरी अधिकतम 7.5 मीटर या 24 फीट रखनी चाहिए। वहीं अगर दो कॉलमों के बीच की दूरी कम से कम की बात करें तो दो स्तंभों के बीच में 3-4 मीटर रखनी चाहिए।

कॉलम के प्रकार

– रेक्टेंगुलर कॉलम – स्क्वायर कॉलम – अक्षीय रूप से लोड किया गया कॉलम – यूनीएक्सियल एक्सेंट्रिक लोडिंग के साथ कॉलम – द्विअक्षीय इसेंट्रीसिटी लोडिंग के साथ कॉलम – स्टील कॉलम का आकार – स्टील, लकड़ी , ईंट , ब्लॉक और पत्थर के कॉलम। – लघु कॉलम – लंबा कॉलम – वर्गाकार या आयताकार कॉलम

कॉलम बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान

-कॉलम की शटरिंग करने के लिए प्लाई का ही प्रयोग करे। -कवर ब्लॉक 40 MM का रखवाए। -फुटिंग बनवाते समय वाइब्रेटर का प्रयोग करवाना न भूले। -कॉलम की कम से कम 7 दिन तराई करे।

घर बनवाने के लिए कॉलम का साइज

– 9 × 9 , दो कॉलम के बीच दूरी 10 फीट के लगभग करीब होनी चाहिए, एक मंजिल घर के लिए । – 9 × 12, दो कॉलम के बीच की दूरी 13 फीट के आसपास जमीनी मंजिल के साथ 1 मंजिल और होने के लिए चाहिए। – 9 × 15 दो कॉलम के बीच दूरी 15 फीट के आसपास हो, जमीनी मंजिल के साथ़ 2 मंजिल बनाने के लिए।

घर बनवाते समय क्या होगा कॉलम का साइज व आकार

कॉलम का कोई एक मानक आकार नहीं होता है। कॉलमो का आकार कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि कॉलम के प्रकार, डिजाइन और उसकी लंबाई। लेकिन कॉलम की न्यूनतम साइज 9 × 9 एमएम होती होती है।

सार

कॉलम का प्रयोग घर को मजबूती देने के लिए किया जाता है। लेकिन जब बात आती है दो कॉलमों की दूरी का तो हमें कुछ नियमों को ध्यान में रखना जरूरी हो जाता है। जैसे कि दो कॉलम के बीच में दूरी कम से कम 25 मीटर रखनी चाहिए।