नींव की क्या होनी चाहिए गहराई?

जब आप घर निर्माण का कार्य करा रहे हो तो मिट्टी के प्रकार की जांच जरूर कराएं, और इसके मुताबिक ही नींव की गहराई तय करें।

जानें किस मिट्टी में कितनी होनी चाहिए नींव की खुदाई

मिट्टी के आयतन में बदलाव मौसम के रूप से गीला होने और सूखने के कारण होता है। इसलिए नींव की गहराई एक मीटर तक रखनी चाहिए।

कमजोर मिट्टी में क्या होनी चाहिए नींव की गहराई

भुरभुरी मिट्टी के होने के निशान हो तो इस प्रकार की मिट्टी कमजोर मिट्टी होती है। इसलिए इस दशा में 1 मी से अधिक नींव खोदी जा सकती है। वहीं अगर आपके प्लाट में कहीं पर बड़ा पेड. है, तो सलाह दी जाती है कि उससे नींव 8 मीटर दूर रखा जाना चाहिए।

मिट्टी में घुलनशील नमक या रसायन होने पर क्या हो नींव की गहराई

नींव की गहराई उस गहराई के नीचे रखें जहां घुलनशील लवण या रसायनों का प्रभाव समाप्त हो जाए। इतना ही नहीं आप यहां पर नींव की गहराई 1:5 से भी अधिक कर सकते है।

ढलान की जमीन में नींव का समस्त भार नींव के निचले भार पर होता है। जमीन में चट्टान के साथ फुटिंग की न्यूनतम गहराई, फुटिंग के निचले किनारे से क्षैतिज दूरी कम से कम 2 फीट होनी चाहिए।

ढलान की जमीन में नींव

सार

खंभे या घरों और पुलों के आधार स्तंभों का भार नींव द्वारा जमीन पर फैलाया जाता है। इसलिए घरों के निर्माण के लिए बुनियाद अथवा नींव बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है।