दीवारों के चिनाई के प्रकार

दीवारों की चिनाई कराते समय ध्यान देना बहुत ही अवश्यक होता है, लेकिन इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी होता है, कि चिनाई क्या होती है, और यह निमन प्रकार की होती है। स्टोन चिनाई गेबियन चिनाई ठोस कंक्रीट चिनाई ईंट चिनाई

दीवार की चिनाई में प्रयोग होने वाले मसालों के प्रकार

दीवारों की चिनाई में कई तरह के मसालों का प्रयोग किया जाता है। चूना सीमेंट मसाला चिनाई पोजोलाना मसाला मिट्टी -गारा चिनाई सीमेंट मसाला

दीवारों की चिनाई में इन बातों का रखें ध्यान होगा लाभ

एक अच्छी और सीधी दीवार के लिए अच्छे साइज और पके हुए ईटों से चुनाई करना बहुत ही जरूरी होती है। इसलिए चिनाई के समय उचित साइज के ही ईंटों का प्रयोग करें। भीगी हुई ईंटों का चिनाई में करें प्रयोग साबूत ईंटों का प्रयोग सीमेंट मसाला का अनुपात कॉलम, बीम को खुर्दुरा करना

चिनाई के दौरान साहुल का प्रयोग

साहुल एक हाथ औजार है, जिसका उपयोग राजगीरी में सिधाई रेखा पाने के लिये किया जाता है।

मसालों का एक निश्चित समय पर प्रयोग

प्रत्येक राजमिस्त्री और ठेकेदार कों यह पता होता है, कि मिक्चर किया गया मसालों का प्रयोग जल्दी कर लेना चाहिए, क्योंकि जितना ताजा मसाला प्रयोग होता है, उतना ही दीवारों को अधिक मजबूती देता है।

सार

चिनाई का अर्थ है ईटों को इस प्रकार चिनना कि उनसे बनी दीवार मजबूत हो। चिनाई का सबसे उपयोगी मटेरियल मसाला होता है। जो चिनाई के दौरान दीवारों को मजबूती देने का काम करते हैं।