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आइसोलेटेड स्प्रेड फुटिंग का प्रयोग सबसे सरल माना जाता है, यही कारण है कि इसका प्रयोग दुनिया भर में बहुत अधिक पसंद किया जाता है। इसका उपयोग ज्यादातर एकल स्तंभ का समर्थन करने के लिए किया जाता है। इस प्रकार की नींव फुटिंग उपयुक्त है जब स्तंभों को बारीकी से नहीं देखा जाता है। अगर आपने आइसोलेटेड स्प्रेड फुटिंग में कॉलम का उपयोग कर लेते है तो, वह अवश्य ही मकान को मजबूती देगा।
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इस प्रकार के फुटिंग्स में कॉलम का भार चरणों के साथ बटा हुआ होता है, जिसे पोलस्टार के नाम से भी जानते है। आजकल पोलस्टार नीचे से कॉलम के आकार तक शुरू हो रहा है। इसका उपयोग भारी वजन की दिवारों या उपर हाने वाले वजन को बांटने के लिए किया जाता है।
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इस प्रकार की फुटिंग का प्रयोग अधिकतर वहां किया जाता है, जब संरचना के ऊपरी हिस्से से अत्यधिक भारी भार आता है, जैसा कि चरणबद्ध फुटिंग्स के मामले में होता है। क्योंकि इसमे एक अधार बेस पर अधिकतर निर्माण किया जाता है।
जब स्तंभ को बारीकी से फैलाया जाता है, तो संयुक्त पैरिंग प्रदान की जाती है। वह इसलिए कि उनके पैर आपस में ओवरलैप न हो। जब मिट्टी की क्षमता कम होने लगती है, वहां पर इस प्रकार के फुटिंग का प्रयोग किया जाता हैं।
जाने फुटिंग के लाभ |