
ब्लॉकबोर्ड सभी प्रकार के इंजीनियर लकड़ी से अलग होते हैं। इनका निर्माण लकड़ी के ठोस ब्लॉक से होता हैं। इसको अनेक प्रकार के रसायन की सहायता से लकड़ी के लिबास की परतों के भीतर एक निश्चित दाब देकर चिपकाया जाता है। जिसके बाद एक ब्लॉकबोर्ड बनकर तैयार होता है। इसका प्रोडक्शन भी वीनियर बोर्डों के समान होता है। लेकिन दोनों में नाम मात्र का अंतर पाया जाता है। ब्लॉक बोर्ड में जहां दोनों फेसिंग प्लाई के बीच टिम्बर के ब्लॉक लगाए या चिपकाए जाते हैं, वहीं वीनियर बोर्ड में दोनों सतहों के बीच स्ट्रीप्स लगाकर चिपकाया जाता है। तो आइए जानते हैं, कि ब्लॉक बोर्ड क्या होता है, और किस तरह से यह उपयोगी होता है।
ब्लॉक बोर्ड के लाभ | Properties of Block Board
- ये भारी वस्तुओं का भार उठाने में सक्षम होते है, और असानी से भार रखने से मुड़ते नहीं है।
- यह वजन में हल्के और ठोस होते है।
- इसकी सतह चिकनाई युक्त होती हैं, इसलिए इस पर काम करना सरल होता है।
- इसकी दोनों सतहों के बीच एक साफ्टउड का कोर लगा होता है।
- ब्लॉक बोर्ड में ठोसपन अधिक होता है इसलिए इसे आसानी से तोड़ा नहीं जा सकता है।
- अधिकतर इसका प्रयोग उस स्थान पर किया जाता है, जहां पर लकड़ी के लंबे टुकड़ों का उपयोग करना होता है।
ब्लॉकबोर्ड के हानि | Disadvantages of Blockboard
- ब्लॉक बोर्ड वजन में हल्के होेने के कारण ज्यादा भरोसेमंद कठोर की वस्तु नहीं मानी जाती है।
- ब्लॉक बोर्ड लंबे समय तक अपना स्थायित्व नहीं बना के रख पाते हैं।
- पेंच और नेलिंग का इस्तेमाल इन पर सावधानी से करना चाहिए,नहीं तो दरार का कारण बन सकती हैं।
- कई बार देखा गया है कि इस बोर्ड में सिकुड़न और सूजन होने का चांस रहता हैं।
- इसके खराब होने की गारंटी नहीं होती है।
ब्लॉक बोर्ड के प्रकार | Types of Block Board in Hindi
ब्लॉक बोर्ड मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं, जानकारी के लिए बता दें कि इनके भी प्रकार होते हैं, जो ब्लॉक बोर्ड की विशेषता बताते हैं। तो आइए जानते हैं, वे कौन से प्रकार हैं –
बी.डब्ल्यू.पी ग्रेड | BWP Grade

इस प्रकार के लॉक बोर्ड का इस्तेमाल अधिकतर बस, रेलवे डिब्बों और घरों को बनाने में किया जा सकता है। ये ब्लॉक बोर्ड बाहरी प्रयोग के लिए बहुत ही अच्छे माने जाते हैं। क्योंकि ये उच्च आर्द्रता के होते है। ये बाजार में दो तरह के पाए जाते हैं।
1 सजावटी ब्लॉक बोर्ड –ब्लॉक बोर्ड की ये किस्म उच्च श्रेणी की मानी जाती हैं। इसलिए इसका प्रयोग फर्नीचर, पैनलिंग, आंतरिक सजावट और विभाजन में किया जाता है।
2 वाणिज्यिक ब्लॉक बोर्ड – इस प्रकार के ब्लॉक बोर्ड के द्वारा सामान्य फर्नीचर, टेबल टॉप, विभाजन, पैनलिंग, फर्श, बस और रेलवे कैरिज के सीटों को बनाने और उन पर पेंट के इस्तेमाल में किया जाता है।
एम.आर. ग्रेड | MR Grade

एम.आर ग्रेड का ब्लॉक बोर्ड का इस्तेमाल आंतरिक उपयोग जैसे फर्नीचर, विभाजन, पैनलिंग, छत जैसे कामों के लिए किया जाता है। ये भी दो तरह के होते है, जो इस प्रकार से हैं, सजावटी ब्लॉक बोर्ड और वाणिज्यिक ब्लॉक बोर्ड।
ब्लॉक बोर्ड का इस्तेमाल | Uses of Block Board
- इसका उपयोग फर्नीचर बनाने में किया जाता है।
- शिल्प का निर्माण में भी ब्लॉक बोर्ड का प्रयोग किया जा सकता है।
- विभाजन, पैनलिंग के निर्माण में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
- इसका उपयोग रेलवे और बस जैसे यातायात के साधनों में मुख्यता इस्तेमाल होता हैं।
- ब्लॉक बोर्ड का प्रयोग रसोई निर्माण के साथ-साथ फर्श बनाने में भी किया जाता है।
- घरों के अंदर डिजाइनों और आंतरिक सजावट में भी यह प्रयोग में लाया जाता है।
ब्लॉकबोर्ड का निर्माण | Block board manufacturing

ब्लॉक बोर्ड का निर्माण कई चरणों में किया जाता हैं, जिसमें लकड़ी की कटाई से लेकर उसको एक नया ब्लॉक बोर्ड बनाकर तैयार करना तक शमिल होता हैं। इस दौरान कई सावधानियां ध्यान देनी होेती हैं। ब्लॉकबोर्ड के निर्माण के चरण इस प्रकार से हैं-
लकड़ी को टुकड़ा करने की क्रिया | wood slicing

ब्लॉकों को तैयार करने का यह पहला चरण होता हैं। इसमें ब्लॉक को कच्चा बनाने के लिए सबसे पहले लकड़ी के लट्ठों को छोटे छोटे टुकड़ो में काटा जाता है। जिसकी साइज स्ट्रिप्स के रूप में 25 मिमी से अधिक नहीं होनी चाहिए।
रोटरी कटिंग | Rotary cutting

यह ब्लॉक को बनाने का दूसरा चरण होता हैं। यहां पर बाहरी परत के लिए काम किया जाता हैं। बाहरी परत के लिए, रोटरी कटिंग पर लॉग काटे जाते हैं। इस प्रकार कोटिंग के लिए विनियर मिलता है। इसके बाद आगे का काम अन्य चरण के लिए भेज दिया जाता हैं।
ग्लूइंग | Gluing

स्लाइस संलग्न करने के लिए गोंद का उपयोग किया जाता है, ताकि लकड़ी के टुकडे आपस में चिपक जाए। गोद के लिए यूरिया फॉर्मलडिहाइड, फिनोल फॉर्मलाडेहाइड जिसे प्लास्टिक रेजिन कहा जाता है, का उपयोग किया जाता हैं। इस दौरान एक उचित का दाब भी इन पर लगाया जाता है। बाहरी ग्रेड ब्लॉक बोर्ड को फिनोल फॉर्मलाडेहाइड की आवश्यकता होती है। ग्लूइंग का काम उस समय किया जाता है, जब सभी उपरोक्त का काम खत्म कर लिया जाता हैं।
सुखाना | Drying

ग्लूइंग के दौरान ब्लॉकों के अंदर नमी हो जाती हैं। इस छोड़ी गई नमी और पानी की मात्रा को कम करने के लिए ब्लॉकों को सुखाया जाता है। सुखाने के लिए इसे धूप में रखा जाता हैं।
संलग्न करना | Attaching

इसमें ब्लॉकों के दोनों आंतरिक और बाहरी ग्रेड के लिए आवश्यक सॉफ्टवुड या दृढ़ लकड़ी के साथ जोड़ा जाता है।
फिनिशिंग | Finishing

ब्लॉक को तैयार करने का यह आखरी चरण होता हैं। जब उपरोक्त सभी काम खत्म कर लिया जाता हैं, तभी फाइनल टच देने के लिए फिनिशिग का काम किया जाता हैं। इस दौरान लेमिनेशन देते हुए फाइनल फिनिशिंग, लेप किया जाता है।
सार | Essence
ब्लॉकबोर्ड को आमतौर पर देवदार और अन्य पेड़ों की सॉफ्टवुड से तैयार किया जाता है। इसलिए यह बहुत हल्के वजन के होते हैं। इसलिए इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से लाया और ले जाया जा सकता है। लगभग इस समय घरों के ज्यादातर दरवाजे ब्लॉकबोर्ड के बने होते हैं। वहीं अगर आप घरों में लंबी अलमारी बनवाना चाहते है, तो उसके लिए बैकबोर्ड का चुनाव करना आपके लिए बेहतर रहेगा। क्योंकि अलमारी में प्रयोग होने वाला ब्लैकबोर्ड मजबूती में अन्य इंजीनियरिंग की लकड़ी से बहुत उच्च होता है।