What is Plywood?

प्लाईवुड क्या होता है ? | प्रकार के साथ लाभ-हानि को जाने | What is plywood? Know Advantages & Disadvantage with Types

Plywood

दोस्तों प्लाईवुड उस लकड़ी को कहते हैं, जिसका निर्माण एक संराचनात्मक तरीके से पतली-पतली लकडि.यों के परत को जोड.कर इस तरह से निर्माण किया गया है, कि वह आने वाले समय में लकड़ी का विकल्प बन सके। इसलिए इसे इंजीनियरिंग की लकड़ी कहते हैं। अगर इसे संक्षिप्त शब्दों में कहें तो प्लाईवुड पतली परतों या लकड़ी के लिबास से बनी शीट की वस्तु हैं। जो आपस में चिपकी हुई होती हैं।

प्लाईवुड से होने वाले लाभ | Advantages of Plywood 

  • प्लाईवुड बड़े आकार में असानी से मिल जाती है, जो आम लकड़ी में संभव नहीं हो पाता हैं।
  • प्लाईबोर्ड मजबूती में लकड़ी से भी कम नहीं होते हैं।
  • लकड़ी की अपेक्षा यह हल्की होती है, इसलिए इसे एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने में कोई समस्या नहीं होती हैं।
  • प्लाईवुड पर नमी का असर कम होता हैं।
  • यह मौसम के अनुसार बदलता नहीं हैं, साफ शब्दों में कहा जाए तो इस पर मौसम का प्रभाव कम होता हैं।
  • प्लाईवुड की लकड़ी की फिनिसिंग बहुत अच्छी होती हैं।
  • प्लाईवुड पर कोई भी डिजाइन असानी से बनाया जा सकता हैं।

प्लाईवुड कैसे बनता है, जानें ? | Learn how plywood is made?

इसका निर्माण करते समय यह ध्यान में रखा जाता है कि शीटों को एक दूसरे के ऊपर रखा जाए। चिपकाने के बाद गरम विधि में हाइड्रोलिक प्रेस का उपयोग करके, इसे एक नया आकार दिया जाता है। इस दौरान हाइड्रोलिक प्रेस का तापमान 150 ℃ से 260 ℃ तक होता है। वहीं अगर दाब की बात करें तो यह 7 किलोग्राम प्रति सेंटीमीटर स्क्वायर के आसपास रहता है। शीटें आपस में अच्छी तरह चिपक कर प्लाईवुड का निर्माण करती हैं। वहीं अगर प्लाईवुड बनने के सक्षिप्त चरणों पर गौर करें तो सबसे पहले लकड़ी के छोटे-छोटे साइज के टिंबर काट लिया जाता हैं। इसके बाद उस पर से मशीन की सहायता से उसे इस तरह से छिलका निकाला जाता हैं, कि वह एक पेपर साइज के बराबर का रहे। इसके बाद उसे चिपकाने का काम किया जाता हैं।

प्लाईवुड के प्रकार | Types of plywood

बजार में मुख्य रूप से तीन तरह की प्लाईवुड होती हैं, जिनको लोग घरों में यूज करते हैं। वैसे तो अगर हम पूरे विश्व की बात करें तो एक दर्जन से अधिक विभिन्न प्रकार के प्लाईवुड पायी जाती हैं। लेकिन भारत में मुख्यता तीन ही प्रकार की प्लाईवुड विशेष रूप इस्तेमाल की जाती हैं।

नमी प्रतिरोधी प्लाईवुड | Moisture resistant plywood ( MR plywood)

Moisture resistant plywood

इसे स्थानीय भाषा में औद्योगिक प्लाईवुड कहा जाता हैं। इसका प्रयोग अधिकतर अंदरूनी निर्माण में किया जाता हैं। नमी प्रतिरोध के कारण इसके द्वारा अलमारी के लिए साज-सामान बनवाना एक अच्छा विकल्प होता हैं।

उबलते जलरोधक प्लाई | Boiling water Resistant plywood (BWR plywood)

इस प्लाईवुड का प्रयोग आंतरिक और बाहरी दोनों स्थानों के लिए किया जाता हैं। इस प्रकार का प्लाईवुड डिजाइन बनाने के लिए सबसे उपयोगी मानी जाती हैं। यह एक जलरोधक प्लाईवुड होती है। यही कारण है कि इसको किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है। घरों में इसे रसोई और स्नानघर के साथ-साथ बाहरी दीवार पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों को बनाने में इसका उपयोग कर सकते हैं। यह फर्नीचर में भी अधिक प्रयोग किया जाता हैं।

समुद्री प्लाई | Marine ply or Boiling water proof plywood ( BWP)

इस प्लाईवुड का प्रयोग सबसे अधिक जल वाले स्थानों पर किया जाता हैं। यह अन्य प्लाई से बहुत अधिक गणों से युक्त होती हैं। इसके साथ ही यह पानी प्रतिरोधी भी है। इसलिए इसका उपयोग ज्यादातर नाव निर्माण और अन्य जलीय व्यवसायों में किया जाता है। इसके साथ ही यह भी आपको मालूम होना चाहिए कि समुद्री प्लाईवुड रसोई के लिए सबसे अच्छी सामग्री नहीं है।

जानें प्लाईवुड की साइज और ग्रेर्ड? | Know the Plywood size and grade?

प्लाई की मोटाई उसकी परतों को परिभाषित करती हैं। क्योंकि जितनी जितनी अधिक परतों की सख्या होगी उतनी ही अधिक प्लाई की मोटाई होगी। एक मोटा और अधिक टिकाऊ बोर्ड अधिक प्लाई का उपयोग करके बनाया जाता है। लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है, किस मोटाई की साइज की प्लाई कहां पर प्रयोग की जाती हैं, इस सवाल का जवाब यहां पर हैं-

मोटाई

2 से 3 मिमी मोटाई की चादरें, घरेलू भवनों के अंदरूनी बनावट में प्रयोग किया जाता हैं। यह सबसे अधिक पसंद किए जाने वाली प्लाई में से एक हैं।
4 मिमी प्लाईवुड अब तक का सबसे लचीला प्लाईवुड माना जाता हैं। इसका सबसे अधिक फर्नीचर और सजावटी बोर्ड बनाए जानें में किया जाता हैं।
प्लाईवुड के ग्रेड
प्लाइवुड वर्तमान समय में कई ग्रेडों में उपलब्ध है, जो प्लाई के गुणवत्ता और रूप को प्रभावित करता है।
ए-ग्रेड प्लाईवुड का इस्तेमाल सबसे अधिक फर्नीचर और कैबिनेटरी के लिए किया जाता हैं।
बी-ग्रेड में वे प्लाईवुड आते हैं, जिनको कुछ गांठों के कारण इसे अलग कर दिया जाता हैं।
सी-ग्रेड में उन प्लाईवुड को रखा जाता है जिनमें बी से अधिक खामियां होती हैं।

इस्तेमाल में लाई जाने वाली प्लाईवुड के शीट आकार | Used Plywood Sheet Size

प्लाईवुड को खरीदने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है। उनके सुसंगत आयामों के कारण, प्लाईवुड बोर्ड, विश्वास के साथ खरीदे जाते हैं। प्लाईवोर्ड आप आप चाहें जितनी भी संख्या में लेना चाहते हों ले सकते हैं, आपको किसी भी प्रकार की कोइ समस्या नहीं आयेगी। इसके साथ ही आप लोकल प्लाई न खरीद ले इसके लिए प्लाईवुड की प्री-कट भी आती हैं।
सबसे अधिक बाजार में जो प्लाईवुड चल रही हैं वो हैं, 7‘ * 3‘ की यह सामान्य आकार की मानी जाती है। वहीं इसके साथ ही 6‘ * 3‘ का संस्करण बहुत लोकप्रिय है। अगर मोटाई के संबंध में बात की जाए तो 4 mm, 5 mm, 6 mm और इससे अधिक उउ तक बाजार में मिलती है।

लचीला प्लाईवुड क्या है? | what is flexible plywood?

 flexible plywood

लचीला प्लाईवुड को बेंडी प्लाईवुड भी कहा जाता हैं। अगर इसके बनने वाली लकडि.यों की बात करें, तो प्लाईवुड झुकने, बेंडेबल प्लाईवुड, वक्र-प्लाई, फ्लेक्सली, निराला लकड़ी और विगल लकड़ी, आम तौर पर पतली हार्डवुड लिबास प्लाइज की परतों से बना होता है। लचीली प्लाईवुड से घुमावदार कैबिनेट और फर्नीचर बनाए जाते हैं। इसके साथ ही विभाग के स्टोर, रेस्तरां, व्यवसायिक इमारतों और सर्पिल सीढ़ियों के निर्माण में भी इसका अधिक प्रयोग किया जाता है। यह 3 मिमी, 5.2 मिमी, 6 मिमी, 9 मिमी, 12 मिमी और 15 मिमी की मोटाई के साथ बाजार में आता है।

प्लाईवुड का उपयोग को पहचाने | Recognize the use of plywood

प्लाईवुड इंजीनियरिंग का एक बेमिसाल उदाहरण है। जिसको बनाने के लिए विनियर की पतली पत्तरों के इस्तेमाल से बनाया जाता है। अब बात करते हैं इसके उपयोग के बारे में तो आपको बता दूं कि इसका उपयोग व्यापक रूप से निर्माण कार्यों में किया जाता है, जैसे दरवाजे, फर्नीचर, हल्की विभाजन दिवार।

सार | Essence

दोस्तों यह लकड़ी इंजिनियरिंग की एक बेमिसाल देन हैं। जिसका प्रयोग लगभग आज के समय में सभी घरों में किया जाता है। वर्तमान समय में प्लाईवुड लकड़ी का एक अच्छा विकल्प बनकर सामने आया हैं। जिसका लाभ आज के समय में सीधे तौर पर लोगों को मिल रहा है। इंजीनियर को इसे बनाने में कई चरण लगते हैं, तब ये आपके मुताबिक बनकर तैयार होता हैं।